पलामूः कोरोना महामारी के कारण राज्य में लॉकडाउन लागू है. इसके कारण लोगों को काफी परेशानी है. लोग इसके कारण फंसे हुए हैं. जिले में लॉकडाउन में एक युवक की मौत के बाद उसका शव पैतृक गांव नहीं पहुंच पाया. जानकारी के अनुसार बिहार के एक युवक की मौत के बाद भी उसका शव उसके गांव नहीं पहुंच पाया. लॉकडाउन के कारण शव को पलामू से बिहार के औरंगाबाद ले जाने की इजाजत नहीं मिली.
बिहार और झारखंड के प्रशासनिक अधिकारी कानूनी पेचीदगी में फंसे रहे. करीब 24 घंटे के बाद शव का अंतिम संस्कार पलामू में ही कर दिया गया. मृतक वीरेंद्र राम बिहार के औरंगाबाद जिला के रफीगंज का रहने वाला था. वह करीब डेढ़ महीने पहले पलामू के हरिहरगंज थाना क्षेत्र के सरसोत मोड़ पर अपने भाई की ससुराल में आया था.
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शनिवार की रात उसकी संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई. मौत के बाद परिजनों ने शव को रफीगंज ले जाने की अनुमति मांगी थी. प्रशासनिक अधिकारियों ने परिजनों से काफी कहा कि बिहार की अनुमति मिलने के बाद ही शव को ले जाने दिया जाएगा.
बिहार से पंहुचे माता पिता
अंतिम संस्कार में माता पिता रविवार की देर रात सरसोत मोड़ पर पंहुचे. परिजनों ने आपस में तय किया कि सरसोत में ही अंतिम संस्कार कर दिया जाए. परिजनों ने बाद में सरसोत मोड़ के पास ही अंतिम संस्कार कर दिया. वीरेंद्र को अचानक पेट दर्द शुरू हुआ और कुछ देर में उसकी मौत हो गई.