पलामू: प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सब जोनल कमांडर नंदकिशोर यादव उर्फ ननकुरिया को पलामू पुलिस रिमांड पर लेगी. चतरा के लावालौंग में तीन अप्रैल को सुरक्षाबल और माओवादियों के बीच हुए मुठभेड़ में माओवादियों के टॉप पांच कमांडर मारे गए थे. इस मुठभेड़ में नंदकिशोर यादव उर्फ ननकुरिया जख्मी हो गया था. उसे पेट में गोली लगी थी. घटना के दो दिनों के बाद पलामू पुलिस ने पिपराटांड़ थाना क्षेत्र से ननकुरिया को जख्मी हालत में गिरफ्तार किया और इलाज के लिए रिम्स में भर्ती करवाया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है. उसकी हालत पहले से काफी बेहतर है.
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पलामू पुलिस ने नंदकिशोर यादव को तीन दिनों की रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई है. पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि नंदकिशोर यादव को पुलिस रिमांड पर लेगी और पूछताछ करेगी. पूछताछ के बाद माओवादियों के खिलाफ एक बार फिर से बड़ा सर्च अभियान शुरू किया जाएगा. नंदकिशोर यादव उर्फ ननकुरिया पर 50 से अधिक नक्सल हमले करने का आरोप है. वह झारखंड और बिहार में नक्सल संगठन में सक्रिय रहा है. उसके पास टॉप माओवादी कमांडर मनोहर गंझू के बारे में पूरी जानकारी है.
मनोहर गंझू का एकमात्र दस्ता सक्रिय: मनोहर गंझू के नेतृत्व में ही एकमात्र दस्ता पलामू, चतरा, लातेहार सीमा पर सक्रिय है. नंदकिशोर यादव के पास माओवादियों के हथियार और लेवी से जुड़े हुए कई बड़ी जानकारी है. नंदकिशोर यादव उर्फ ननकुरिया पलामू के पांकी थाना क्षेत्र के केकरगढ़ का रहने वाला है और 2005 से नक्सल संगठन में सक्रिय है.