पलामू: सरकारी संस्थानों में छात्र छात्राओं की सुरक्षा को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. पिछड़ी जाति आवासीय स्कूल पर हुए वज्रपात में एक छात्रा की मौत हो गई है. प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की छानबीन कर रहे हैं. यह घटना पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र की है.
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कैसे आई चपेट में: बुधवार (21 जून) को मौसम में अचानक आए परिवर्तन से पलामू में रुक-रुक कर बारिश होती रही. चैनपुर स्थित पिछड़ी जाति आवासीय स्कूल की छात्रा प्रियंका कुमारी छत पर कपड़ा लेने के लिए गई हुई थी. इसी क्रम में स्कूल पर वज्रपात हो गई.
प्रधानाध्यापक ने क्या कहा: स्कूल के प्रिंसिपल मदन मोहन ने बताया कि बारिश के ठीक पहले छात्रा प्रियंका स्कूल के छत पर कपड़े उठाने के लिए गई थी. इसी क्रम में वज्रपात का शिकार हो गई है. उन्होंने कहा कि स्कूल में तड़ित चालक लगा हुआ है, ऐसा प्रतीत होता है कि वज्रपात के दौरान तड़ित चालक ने कार्य नहीं किया है. अगस्त 2018 में स्कूल का भवन बनकर तैयार हुआ था और हैंडओवर हुआ है. वहीं सीओ ने पूरे मामले की जानकारी ली है.
घटना के बाद स्कूल प्रबंधन ने छात्रा को इलाज के लिए चैनपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया. डॉक्टरों ने उसे बेहतर इलाज के लिए एमएमसीएच में रेफर कर दिया था. जहां डॉक्टरों ने छात्रा को मृत घोषित कर दिया. प्रियंका गढ़वा जिले के सोहा नारायणपुर की रहने वाली थी और पिछड़ी जाति आवासीय स्कूल में नौवीं क्लास की छात्रा थी.
स्कूल प्रबंधन ने पूरे मामले की जानकारी परिजनों को दे दी है. घटना की जानकारी मिलने के बाद परिजन पहुंचे. कपड़ों की सफाई करने के बाद छत पर कपड़े सूखने के लिए रखा था. छात्रा बारिश से भीगने से बचाने के लिए कपड़ा लेने गई थी. इसी क्रम में घटना की शिकार हो गई.
पूरे मामले में स्कूल प्रबंधन बोलने से बच रहा है. स्कूल में वज्रपात से निपटने के लिए उपकरण लगाए गए हैं या नहीं इस बारे में अधिकारियों के पास जानकारी नहीं है. शैक्षणिक संस्थानों में छात्र छात्राओं की मौत की लगातार खबरें निकल कर सामने आ रही हैं. रांची में पुस्तकालय का छज्जा गिरने से एक छात्र की मौत हो गई थी. उस घटना के कुछ ही दिनों के बाद पलामू में स्कूल में हुए वज्रपात में एक छात्रा की मौत हो गई है.