पलामूः ये जिला लगातार सुखाड़ से जूझ रहा है, इलाके में हरियाली के लिए कई स्तरों पर प्रयास किए जा रहे है. लेकिन यह जिला प्रत्येक दूसरे वर्ष सुखाड़ से जूझता है. पलामू में जंगली क्षेत्र को बढ़ाने के लिए कई स्तरों पर भी पहल की गई.
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इसी कड़ी में पलामू में बागवानी का लक्ष्य दोगुना कर दिया गया है. बिरसा हरित क्रांति योजना के तहत पलामू में आम की बागवानी समेत कई योजनाओं को शुरू किया गया है. वित्तीय वर्ष 2022-23 मई पलामू में 900 एकड़ में बागवानी का लक्ष्य रखा गया था. चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 में 1 हजार 900 एकड़ जमीन में बागवानी का लक्ष्य रखा गया है. इस योजना का क्रियान्वयन मनरेगा के तहत किया जाना है ताकि स्थानीय मजदूरों को भी रोजगार मिल सके.
पलामू जिला प्रशासन ने बिरसा हरित क्रांति योजना के तहत लाभुकों का चयन शुरू कर दिया है. जिले में बारिश के हालात को देखते हुए जल्द ही बागवानी का कार्य शुरू हो जाएगा. पलामू के जिला विकास आयुक्त रवि आनंद ने बताया कि पलामू में बिरसा हरित क्रांति योजना के तहत बागवानी का लक्ष्य लगभग दोगुना कर दिया गया है. इसमें इच्छुक लाभुकों का चयन करके बागवानी का कार्य शुरू किया जा रहा है.
आम, अमरूद और नींबू की बागवानीः बिरसा हरित क्रांति योजना के तहत आम अमरूद और नींबू की बागवानी होती है. इस योजना के तहत किसानों के आय को बढ़ाने के साथ-साथ इलाके में हरियाली को भी बढ़ाया जाना है. पलामू में दर्जनों ऐसे किसान हैं, जिन्होंने इस योजना के तहत आम की बागवानी की है और उनकी आमदनी बढ़ी है. इस योजना के तहत किसानों को बागवानी के लिए फलदार पौधे और सिंचाई की सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है.