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दारोगा आत्महत्या मामला: परिजनों ने एसपी और डीटीओ के खिलाफ की शिकायत, 16 घंटे जाम रहा नेशनल हाइवे

पलामू के नवाबाजार थाना के पूर्व थाना प्रभारी लालजी यादव की आत्महत्या का मामला गर्माता जा रहा है. परिजनों ने मामले में एसपी और डीटीओ के खिलाफ शिकायत की है. वहीं नाराज ग्रामीणों ने 16 घंटे तक नेशनल हाईवे 98 को जाम रखा.

palamu daroga suicide case
दारोगा आत्महत्या मामला
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Published : Jan 12, 2022, 7:38 AM IST

पलामूः नावाबाजार के पूर्व थाना प्रभारी लालजी यादव की आत्महत्या मामले में परिजनों ने पलामू एसपी, डीटीओ समेत अन्य अधिकारियों के खिलाफ डीआईजी को आवेदन दिया है. इस आवेदन में अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी लिखा गया है और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया है. पूर्व थाना प्रभारी लालजी यादव ने थाना परिसर में अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. घटना के बाद सैकड़ों की संख्या में नाराज ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे 98 को जाम कर दिया था. ग्रामीण पलामू एसपी, डीटीओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे.

ये भी पढ़ेंः पूर्व थाना प्रभारी आत्महत्या मामला: थाना के बाहर सैकड़ों की संख्या में जुटे ग्रामीण, मामले की उच्च स्तरीय जांच की कर रहे मांग

परिजन रात के 11 बजे के करीब नावाबाजार थाना पहुंचे थे. इस दौरान लालजी यादव की पत्नी, मां, बहन, पिता, ससुर, सास समेत कई रिश्तेदार पहुंचे थे. प्रशासनिक अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप उन्होंने लगाए. परिजनों ने लालजी यादव के कमरे की एक एक चीज का जायजा लिया. परिजन लालजी यादव के शव उठाने के दौरान भी नाराज हो गए. बाद में डीआईजी राजकुमार लकड़ा के हस्तक्षेप और लिखित आवेदन के बाद परिजन ने शव को उठाने दिया. रात 12.30 बजे के करीब दारोगा लालजी यादव का शव पोस्टमार्टम के लिए मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल भेजा गया. मजिस्ट्रेट की निगरानी में शव का पंचनामा किया गया. पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करवाई गई है.

16 घंटे तक जाम रहा नेशनल हाइवे, उग्र थे ग्रामीणः घटना के बाद नावाबाजार के इलाके के नाराज ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे 98 को जाम कर दिया था. सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण थाना से लेकर नेशनल हाईवे तक जमा थे और एसपी समेत अन्य अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. इस दौरान अधिकारी और ग्रामीणों के बीच कई बार नोकझोंक भी हुई. रात एक बजे के करीब नेशनल हाईवे 98 पर परिचालन शुरू हुआ. इस जाम में सैकड़ों की संख्या में गाड़ियां फंसी हुई थी.

पलामूः नावाबाजार के पूर्व थाना प्रभारी लालजी यादव की आत्महत्या मामले में परिजनों ने पलामू एसपी, डीटीओ समेत अन्य अधिकारियों के खिलाफ डीआईजी को आवेदन दिया है. इस आवेदन में अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी लिखा गया है और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया है. पूर्व थाना प्रभारी लालजी यादव ने थाना परिसर में अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. घटना के बाद सैकड़ों की संख्या में नाराज ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे 98 को जाम कर दिया था. ग्रामीण पलामू एसपी, डीटीओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे.

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परिजन रात के 11 बजे के करीब नावाबाजार थाना पहुंचे थे. इस दौरान लालजी यादव की पत्नी, मां, बहन, पिता, ससुर, सास समेत कई रिश्तेदार पहुंचे थे. प्रशासनिक अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप उन्होंने लगाए. परिजनों ने लालजी यादव के कमरे की एक एक चीज का जायजा लिया. परिजन लालजी यादव के शव उठाने के दौरान भी नाराज हो गए. बाद में डीआईजी राजकुमार लकड़ा के हस्तक्षेप और लिखित आवेदन के बाद परिजन ने शव को उठाने दिया. रात 12.30 बजे के करीब दारोगा लालजी यादव का शव पोस्टमार्टम के लिए मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल भेजा गया. मजिस्ट्रेट की निगरानी में शव का पंचनामा किया गया. पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करवाई गई है.

16 घंटे तक जाम रहा नेशनल हाइवे, उग्र थे ग्रामीणः घटना के बाद नावाबाजार के इलाके के नाराज ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे 98 को जाम कर दिया था. सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण थाना से लेकर नेशनल हाईवे तक जमा थे और एसपी समेत अन्य अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. इस दौरान अधिकारी और ग्रामीणों के बीच कई बार नोकझोंक भी हुई. रात एक बजे के करीब नेशनल हाईवे 98 पर परिचालन शुरू हुआ. इस जाम में सैकड़ों की संख्या में गाड़ियां फंसी हुई थी.

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