पालमू: माओवादियों को बड़ा झटका लगा है. दरअसल, माओवादियों के रीजनल कमांडर इंदल गंझू ने पटना में आत्मसमर्पण कर दिया है. इंदल गंझू पर झारखंड सरकार ने 15 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है. इंदल मूल रूप से बिहार के गया के इमामगंज के इलाके का रहने वाला है. इंदल के आत्मसमर्पण के बाद पलामू पुलिस की एक टीम और सुरक्षा एजेंसियां उससे पूछताछ करने के लिए पटना रवाना हो गई हैं.
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पलामू पुलिस के भी अधिकारी इंदल गंझू से पूछताछ करेंगेः दरसअल तीन अप्रैल को चतरा के लावालौंग थाना क्षेत्र में सुरक्षाबलों के साथ हुए मुठभेड़ में माओवादियों के टॉप पांच कमांडर मारे गए थे. इंदल गंझू भी इसी टीम का हिस्सा था. हालांकि वह इस मुठभेड़ के दौरान इलाके में मौजूद नहीं था. मुठभेड़ के दौरान इंदल गया के इमामगंज के इलाके में था. सुरक्षा एजेंसी के अनुसार इस मुठभेड़ की घटना के बाद इंदल ने आत्मसमर्पण किया है. इंदल को आशंका थी कि यदि वह सुरक्षाबलों के हत्थे चढ़ जाएगा या वह भी मारा जाएगा.
इंदल के सरेंडर से नक्सलियों की कमर टूटीः इंदल गंझू माओवादियों का रीजनल कमांडर है. झारखंड और बिहार में इंदल पर 70 से अधिक नक्सल हमले का एफआईआर दर्ज है. झारखंड के पलामू, चतरा, लातेहार में इंदल पर नक्सल हमले के मामले में एफआईआर दर्ज हैं. पलामू के मनातू, हरिहरगंज और नौडीहा बाजार में सबसे अधिक इंदल गंझू पर एफआईआर दर्ज हैं. नक्सली गौतम पासवान, अजित उर्फ चार्लीस के मारे जाने के बाद यह आशंका जताई जा रही थी कि इंदल गंझू या मनोहर गंझू को माओवादी मध्यजोन का टॉप कमांडर बनाया जा सकता है. इंदल गंझू के आत्मसमर्पण से माओवादियों की कमर टूट गई है.