पलामू: जिले के हैदरनगर थाना के ग्राम नौडीहा टोला भदई पर निवासी ट्रैक्टर ड्राइवर विजय राम की मौत के मामले ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद नया मोड़ लिया है. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को नामजद किया है. थाना प्रभारी सुरेन्द्र प्रसाद ने बताया कि गत 28 जून को थाना के बंशीपुर निवासी आजाद आलम और संड़ेया गांव निवासी रामाशीष मेहता गढ़वा से नया ट्रैक्टर लाने को बोलकर, पास के भदई टोला निवासी ट्रैक्टर ड्राइवर विजय राम (50 वर्ष) को लेकर गए थे. विजय पूर्व से रामाशीष का ट्रैक्टर चालक भी था. इसी दिन देर शाम रामाशीष मेहता और अन्य सहयोगी ने विजय का शव घर लाकर छोड़ दिया. परिजनों के पूछने पर बताया था कि इसे चक्कर आने के बाद आसपास के अस्पतालों में इलाज के लिए ले जाया गया, पर नहीं बच सका.
इसके बाद मृतक के गांव में मॉब लिचिंग का माहौल उत्पन्न होने के बाद शव लाने वाले को कब्जे में लेकर जान से मारने पर ग्रामीण उतारु हुए थे. इसकी सूचना मिलते ही देर रात हैदरनगर पुलिस ने तथाकथित आरोपियों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाने का कार्य भी किया था. पुलिस ने तत्काल शव को कब्जे में लेकर यूडी केस दर्ज कर पोस्टमार्टम कराया. साथ ही तथाकथित आरोपी रामाशीष मेहता और आजाद आलम को हिरासत में लेकर पुलिस ने कड़ी पूछताछ भी की, लेकिन कोई साक्ष्य नहीं मिलने और पुलिस को गुमराह करने के बाद उस वक्त उन्हें अस्थायी तौर पर मुक्त किया गया. थाना प्रभारी सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबा कर मारने और उसकी पसली की तीन हड्डियां भी टूटी पाए जाने के साक्ष्य मिले हैं.
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इससे उसके सीने पर चढ़कर गला दबाकर हत्या किए जाने की संभावना प्रबल हुई है. यूडी से परिवर्तित हत्या के इस मामले में रामाशीष मेहता, आजाद आलम के अलावा उत्तर प्रदेश के दुद्धिनगर स्थित ट्रैक्टर कंपनी के एजेंट कमलेश कुमार को नामजद आरोपी बनाया गया है. इसमें एक आरोपी बंशीपुर गांव निवासी आजाद आलम को गिरफ्तार कर सोमवार को मेदिनीनगर सेंट्रल जेल भेज दिया गया है, जबकि दो अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने छापामारी अभियान तेज कर दिया है. फिलहाल दोनों आरोपी फरार बताए गए हैं.