पलामू: जिले के हुसैनाबाद प्रखंड के पथरा पंचायत में मनरेगा की 24 योजनाओं में हुई बंदरबांट के मामले में पथरा पंचायत की मुखिया ललिता देवी को हुसैनाबाद पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस मामले में हुसैनाबाद बीडीओ एमानुएल जय विरस लकड़ा ने पथरा पंचायत की मुखिया ललिता देवी सहित 13 लोगों पर हुसैनाबाद थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुखिया ललिता देवी को रविवार को जेल भेज दिया है.
बड़े पैमाने पर राशि की गड़बड़ी
पिछले महीने हुसैनाबाद प्रखंड के पथरा पंचायत के ग्रामीणों ने मनरेगा आयुक्त को पत्र देकर शिकायत की थी कि पंचायत में संचालित योजनाओं में बड़े पैमाने पर राशि की गड़बड़ी की गई है. आवेदन के आलोक में मनरेगा आयुक्त ने एक टीम गठित कर पथरा पंचायत में संचालित योजनाओं का ऑडिट का निर्देश दिया था. ऑडिट टीम पथरा पंचायत में एक सप्ताह रहकर सभी योजनाओं के स्थल पर जाकर जानकारी ली थी. जिसमें पाया गया कि 24 योजनाएं ऐसी हैं, जिसमें बड़े पैमाने पर अनियमितता बरतने की पुष्टि हुई है. जिसकी सूचना उपविकास आयुक्त पलामू को दी गई. जिसके आलोक में डीडीसी के निर्देश पर 9 नवंबर 2020 को पथरा पंचायत सचिवालय में जन सुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जनसुनवाई के बाद 24 योजनाओं में गबन करने का मामला प्रकाश में आया था.
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कई लोगों को बनाया आरोपी
पलामू डीसी के निर्देश पर प्रखंड विकास पदाधिकारी हुसैनाबाद ने पथरा पंचायत के मुखिया ललिता देवी, जूनियर अभियंता विवेक कुमार, पंचायत सेवक नंद किशोर राम, रोजगार सेवक बिनोद चौधरी और संजय सूरज, मेसर्स अखिलेश कुमार, आपूर्ति कर्ता राहुल कुमार, ओम नमः शिवाय के कृष्णा कुमार, मेठ धर्मेंद्र मेहता, कमला वर्मा, गोविंद ठाकुर, राजेश कुमार, तुलसी कुमार मेहता आदि को आरोपी बनाया है. हुसैनाबाद थाना पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. मुखिया की गिरफ्तारी के बाद आरोपियों में हड़कंप है.