ETV Bharat / state

670 किमी का सफर तय कर एमपी के भिलाई से पलामू पहुंचे मजदूर, साइकिल से तय किया सफर - एमपी के भिलाई से पलामू पहुंचे मजदूर

अपने घर पहुंचने की ललक में 6 मजदूर मध्य प्रदेश से पलामू तक 670 किलोमीटर का सफर तय कर अपनी जन्मभूमि पहुंचे. जिसके बाद सभी मजदूर खुद ही अपना स्वास्थ्य जांच कराने के लिए हैदरनगर पीएचसी पहुंचे. इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की शपथ ली.

Laborers reach Palamu from MP after traveling 670 km
एमपी के भिलाई से पलामू पहुंचे मजदूर
author img

By

Published : May 4, 2020, 2:48 PM IST

पलामू: लॉकडाउन में घर पहुंचने के जज्बे के साथ झारखंड के छह मजदूर साइकिल से मध्यप्रदेश के भिलाई से पलामू के हैदरनगर पहुंचे. हैदरनगर पहुंचने के बाद सभी मजदूर खुद ही स्क्रीनिंग कराने पीएचसी पहुंचे. जहां प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार ने उनकी स्क्रीनिंग की. 14 दिनों तक घरों में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की शपथ ली. साथ ही कहा कि स्वास्थ्य संबंधी कोई भी परेशानी होने पर वो तत्काल सूचना देंगे.

देखें पूरी खबर

वहीं, प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन्हें अपने-अपने घर भेज दिया गया. मजदूरों ने बताया कि उन्हें 670 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ा. रास्ते में पुलिस प्रशासन की सहानुभूति से जाने की इजाजत मिली. झारखंड की सीमा में प्रवेश से पहले उन्हें जिला कलेक्टर ने राह खर्च के लिए एक-एक हजार रुपए भी दिए.

ये भी पढ़ें-SPECIAL: लॉकडाउन की मार, बर्बादी की कगार पर एक लाख छोटे व्यापारी

इन मजदूरों में बहरपूरा गांव के 3, बिलासपुर, हेमजा और मोकहर कला के 1-1 शामिल हैं. सभी मजदूर एक साथ रहकर एक ही कंपनी में काम करते थे. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन का समय बढ़ता गया तो उन्हें रहने खाने में परेशानी होने लगी. सारा पैसा खर्च होने से पहले उन्होंने साइकिल खरीदा और घर वापस लौटने के संकल्प के साथ वहां से चल दिए. थकान के बावजूद घर पहुंच पाने पर उन्होंने खुशी और राहत महसूस किया.

पलामू: लॉकडाउन में घर पहुंचने के जज्बे के साथ झारखंड के छह मजदूर साइकिल से मध्यप्रदेश के भिलाई से पलामू के हैदरनगर पहुंचे. हैदरनगर पहुंचने के बाद सभी मजदूर खुद ही स्क्रीनिंग कराने पीएचसी पहुंचे. जहां प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार ने उनकी स्क्रीनिंग की. 14 दिनों तक घरों में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की शपथ ली. साथ ही कहा कि स्वास्थ्य संबंधी कोई भी परेशानी होने पर वो तत्काल सूचना देंगे.

देखें पूरी खबर

वहीं, प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन्हें अपने-अपने घर भेज दिया गया. मजदूरों ने बताया कि उन्हें 670 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ा. रास्ते में पुलिस प्रशासन की सहानुभूति से जाने की इजाजत मिली. झारखंड की सीमा में प्रवेश से पहले उन्हें जिला कलेक्टर ने राह खर्च के लिए एक-एक हजार रुपए भी दिए.

ये भी पढ़ें-SPECIAL: लॉकडाउन की मार, बर्बादी की कगार पर एक लाख छोटे व्यापारी

इन मजदूरों में बहरपूरा गांव के 3, बिलासपुर, हेमजा और मोकहर कला के 1-1 शामिल हैं. सभी मजदूर एक साथ रहकर एक ही कंपनी में काम करते थे. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन का समय बढ़ता गया तो उन्हें रहने खाने में परेशानी होने लगी. सारा पैसा खर्च होने से पहले उन्होंने साइकिल खरीदा और घर वापस लौटने के संकल्प के साथ वहां से चल दिए. थकान के बावजूद घर पहुंच पाने पर उन्होंने खुशी और राहत महसूस किया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.