पलामू: झारखंड के दो बड़े अपराधी गिरोह सुजीत सिन्हा और अमन साव एक साथ हो गए हैं. सुजीत सिन्हा खूंटी जेल में है. जबकि अमन साव चाईबासा जेल में है. दोनों आपराधिक गिरोह के बीच की कड़ी हरि तिवारी नामक शूटर बना है. हरि तिवारी फिलहाल हजारीबाग के केंद्रीय कारा में बंद है. पुलिस को जांच के दौरान कुछ तथ्य मिले हैं इसी आधार पर बात कही जा रही है कि सुजीत सिन्हा और अमन साव एकजुट हुए हैं.
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दरसल पलामू में नेशनल हाइवे 98 की कंस्ट्रक्शन कंपनी शिवालया पर 28 जून को हमला हुआ था. इस हमले में ठेकेदार शिवजी दास को पैर में गोली लगी थी. घटना के बाद पुलिस ने सुजीत सिन्हा गिरोह के खिलाफ अभियान की शुरुआत की थी. इसी क्रम में रांची से एक अपराधी जीशान शेख उर्फ रिक्की खान पकड़ा गया था. रिक्की खान के मोबाइल से पुलिस को कई जानकारी मिली है. जिसमें सुजीत सिन्हा और अमन साव के बारे में भी जानकारी है. पुलिस की जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि शिवालया पर हुए हमले में हरि तिवारी की भूमिका है. हरि तिवारी पहले सुजीत सिन्हा के लिए काम करता था लेकिन बाद में वह अमन साव के लिए काम करने लगा था. शिवालया पर हुए हमला मामले में सुजीत सिन्हा गिरोह ने रंगदारी मांगी थी.
पलामू के एसपी ने क्या कहा: पलामू के एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि पुलिस को यह जानकारी थी कि सुजीत सिन्हा और अमन सगव अलग-अलग है. गिरफ्तार अपराधी रिक्की खान के कन्फेशन और पुलिस की जांच के बाद दोनों के साथ होने की आशंका है. हरि तिवारी ने कई बिंदुओं पर जानकारी दी है कि वह कभी अमन साव कभी सुजीत सिन्हा के लिए काम कर रहा है. पुलिस को आशंका है कि सुजीत और अमन एक साथ हैं.
ये है अपराधियों का इतिहास: सुजीत सिन्हा और हरि तिवारी मूल रूप से पलामू के मेदिनीनगर के रेड़मा बारालोटा के रहने वाले हैं. वहीं अमन साव रांची का रहने वाला है. अमन साव और सुजीत सिन्हा में दोस्ती हुई थी और दोनों ने मिलकर कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया था. दोनों ने रंगदारी के लिए पलामू, लातेहार, चतरा, रांची, रामगढ़, हजारीबाग, जमशेदपुर में दर्जनों लोगों को कॉल किया था. जबकि कई हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया था.
अमन पर 90 से अधिक मामले: 2021 में एक खबर निकल कर सामने आई थी कि अमन साव सुजीत सिन्हा से अलग हो गया है. उसके साथ सुजीत का खास हरि तिवारी भी है. सुजीत और अमन ने रेलवे फ्रेट कॉरिडोर के कंस्ट्रक्शन कंपनी से रंगदारी लेने के लिए अलग-अलग हमला भी करवाया था. सुजीत सिन्हा, अमन साव, हरि तिवारी के खिलाफ एनआईए भी जांच कर रही है. सुजीत पर अकेले पलामू में 32, अमन साव पर झारखंड के विभिन्न्न इलाको में 90 से अधिक जबकि हरि तिवारी पर 20 से अधिक एफआईआर दर्ज है.