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शिकारियों की जद में हिरण, जंगल से भटके जीव का ग्रामीण कर रहे शिकार

पलामू रेंज में हिरण का शिकार रोकना बड़ी चुनौती बन गई है. कुछ शिकारी गिरोह जबकि कुछ स्थानीय ग्राम में हिरण का शिकार कर रहे हैं. जंगली जीव जो भटक कर ग्रामीणों के बीच जा रहे है वो भी शिकार बन जाए रहे हैं. यह सिर्फ एशिया प्रसिद्ध पलामू टाइगर रिजर्व ही नहीं इससे बाहर भी घटनाएं हो रही हैं.

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शिकारियों की जद में हिरण
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Published : Jan 18, 2021, 5:31 PM IST

Updated : Jan 21, 2021, 3:42 PM IST

पलामूः पलामू रेंज में हिरण का लगातार शिकार हो रहा है. शिकारियों के गिरोह के अलावा ग्रामीण भी हिरण का शिकार कर रहे हैं. जंगली जीव जो भटक कर ग्रामीणों के बीच जा रहे हैं वो भी शिकार बन जा रहे हैं.

SPECIAL REPORT: शिकारियों की जद में हिरण

जारी है वन्य जीवों का शिकार

यह सिर्फ एशिया प्रसिद्ध पलामू टाइगर रिजर्व ही नहीं इससे बाहर भी घटनाएं हो रही हैं. शनिवार को पलामू के मोहम्मदगंज थाना क्षेत्र के कादल जंगल से भटक कर गांव में पहुंचे हिरण का ग्रामीणों ने शिकार किया. वीडियो वायरल होने के बाद इसका खुलासा हुआ और आनन-फानन में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, बाद शिकार करने वालों को गिरफ्तार किया. सितंबर 2020 में एशिया प्रसिद्ध पलामू टाइगर रिजर्व के बेतला नेशनल पार्क के इलाके में कुछ शिकारी हथियार के साथ नजर आए. उस दौरान मामले में कार्रवाई करते हुए प्रबंधन ने शिकार करने के आरोप में विजय सिंह नामक का स्थानीय ग्रामीण को गिरफ्तार किया गया था, उसकी निशानदेही पर हथियार भी बरामद हुए. मार्च 2019 में पलामू टाइगर रिजर्व के ही बेतला नेशनल पार्क के इलाके में छापेमारी कर दो शिकारियों को गिरफ्तार किया गया था, गिरफ्तार रामदेव के पास से हिरण का मांस भी बरामद हुआ था.

कुछ प्रोफेशनल शिकारी जबकि कुछ ग्रामीणों का बन रहे शिकार
जंगली जीव कुछ प्रोफेशनल शिकारी जबकि कुछ ग्रामीणों का शिकार बन रहे हैं. हाल के दिनों में पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में दो शिकारी गिरोह चयनित हुए थे और उनके खिलाफ कार्रवाई हुए थी, उसके बाद से कोई भी शिकारी गिरोह पकड़ा नहीं किया है. जंगली जीव में सिर्फ हिरण का शिकार मांस के लिए हो रहा. पिछले 10 वर्षों में हाथी का शिकार की बात सामने नहीं आई है. जबकि 2011-12 में तेंदुआ के खाल के साथ कुछ शिकारियों को गिरफ्तार किया गया था. जंगल से भटक कर गांव में पहुंचे जीव ग्रामीणों का अधिक शिकार बन रहे हैं. जंगल से भटक कर हिरण, नीलगाय गांव तक पहुंच रहे हैं. ग्रामीण मांस के लिए हिरण का शिकार कर रहे हैं, जबकि फसलों के नुकसान होने के कारण ग्रामीण नीलगाय को मार रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- पलामू: ग्रामीणों ने किया हिरण का शिकार, वन विभाग ने 8 किलो मांस किया बरामद


जंगली जीव का शिकार जंगल के ईको सिस्टम को कर रहा प्रभावित
वन्य प्राणी विशेषज्ञ सह वन्य प्राणी कार्यकर्ता प्रोफेसर डीएस श्रीवास्तव बताते हैं कि जंगली जीव खासकर हिरण का शिकार जंगल के इको सिस्टम को प्रभावित कर रहा है. जिस इलाके में शिकार शुरू होता है उस इलाके में जंगली जीव डर जाते हैं उनकी प्रजनन क्षमता कमजोर हो जाती है, उनका विकास नहीं हो पाता और उनकी आबादी नहीं बढ़ पाती है. हिरण जैसे जीव का शिकार सिस्टम को प्रभावित करता है. बाघ का पसंदीदा आहार हिरण है, हिरण के कमी के कारण बाघ की संख्या की प्रभावित होगी, वो बताते हैं कि इस विषय पर सभी क्षेत को पहल करने की जरूरत है.

घोषित किया गया है इनाम, सीसीटीवी से होगी निगरानी
पलामू टाइगर रिजर्व इलाके में शिकारियों खिलाफ कार्रवाई के लिए इनाम की भी घोषणा की गई है. टाइगर रिजर्व में शिकारियों को पता बताने वाले को 25 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है. पलामू टाइगर रिजर्व डायरेक्टर वाईके दास बताते हैं कि जल्दी पूरे पीटीआर में ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी. शिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है, ट्रैकिंग कैमरे भी लगाए गए हैं.

पलामूः पलामू रेंज में हिरण का लगातार शिकार हो रहा है. शिकारियों के गिरोह के अलावा ग्रामीण भी हिरण का शिकार कर रहे हैं. जंगली जीव जो भटक कर ग्रामीणों के बीच जा रहे हैं वो भी शिकार बन जा रहे हैं.

SPECIAL REPORT: शिकारियों की जद में हिरण

जारी है वन्य जीवों का शिकार

यह सिर्फ एशिया प्रसिद्ध पलामू टाइगर रिजर्व ही नहीं इससे बाहर भी घटनाएं हो रही हैं. शनिवार को पलामू के मोहम्मदगंज थाना क्षेत्र के कादल जंगल से भटक कर गांव में पहुंचे हिरण का ग्रामीणों ने शिकार किया. वीडियो वायरल होने के बाद इसका खुलासा हुआ और आनन-फानन में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, बाद शिकार करने वालों को गिरफ्तार किया. सितंबर 2020 में एशिया प्रसिद्ध पलामू टाइगर रिजर्व के बेतला नेशनल पार्क के इलाके में कुछ शिकारी हथियार के साथ नजर आए. उस दौरान मामले में कार्रवाई करते हुए प्रबंधन ने शिकार करने के आरोप में विजय सिंह नामक का स्थानीय ग्रामीण को गिरफ्तार किया गया था, उसकी निशानदेही पर हथियार भी बरामद हुए. मार्च 2019 में पलामू टाइगर रिजर्व के ही बेतला नेशनल पार्क के इलाके में छापेमारी कर दो शिकारियों को गिरफ्तार किया गया था, गिरफ्तार रामदेव के पास से हिरण का मांस भी बरामद हुआ था.

कुछ प्रोफेशनल शिकारी जबकि कुछ ग्रामीणों का बन रहे शिकार
जंगली जीव कुछ प्रोफेशनल शिकारी जबकि कुछ ग्रामीणों का शिकार बन रहे हैं. हाल के दिनों में पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में दो शिकारी गिरोह चयनित हुए थे और उनके खिलाफ कार्रवाई हुए थी, उसके बाद से कोई भी शिकारी गिरोह पकड़ा नहीं किया है. जंगली जीव में सिर्फ हिरण का शिकार मांस के लिए हो रहा. पिछले 10 वर्षों में हाथी का शिकार की बात सामने नहीं आई है. जबकि 2011-12 में तेंदुआ के खाल के साथ कुछ शिकारियों को गिरफ्तार किया गया था. जंगल से भटक कर गांव में पहुंचे जीव ग्रामीणों का अधिक शिकार बन रहे हैं. जंगल से भटक कर हिरण, नीलगाय गांव तक पहुंच रहे हैं. ग्रामीण मांस के लिए हिरण का शिकार कर रहे हैं, जबकि फसलों के नुकसान होने के कारण ग्रामीण नीलगाय को मार रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- पलामू: ग्रामीणों ने किया हिरण का शिकार, वन विभाग ने 8 किलो मांस किया बरामद


जंगली जीव का शिकार जंगल के ईको सिस्टम को कर रहा प्रभावित
वन्य प्राणी विशेषज्ञ सह वन्य प्राणी कार्यकर्ता प्रोफेसर डीएस श्रीवास्तव बताते हैं कि जंगली जीव खासकर हिरण का शिकार जंगल के इको सिस्टम को प्रभावित कर रहा है. जिस इलाके में शिकार शुरू होता है उस इलाके में जंगली जीव डर जाते हैं उनकी प्रजनन क्षमता कमजोर हो जाती है, उनका विकास नहीं हो पाता और उनकी आबादी नहीं बढ़ पाती है. हिरण जैसे जीव का शिकार सिस्टम को प्रभावित करता है. बाघ का पसंदीदा आहार हिरण है, हिरण के कमी के कारण बाघ की संख्या की प्रभावित होगी, वो बताते हैं कि इस विषय पर सभी क्षेत को पहल करने की जरूरत है.

घोषित किया गया है इनाम, सीसीटीवी से होगी निगरानी
पलामू टाइगर रिजर्व इलाके में शिकारियों खिलाफ कार्रवाई के लिए इनाम की भी घोषणा की गई है. टाइगर रिजर्व में शिकारियों को पता बताने वाले को 25 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है. पलामू टाइगर रिजर्व डायरेक्टर वाईके दास बताते हैं कि जल्दी पूरे पीटीआर में ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी. शिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है, ट्रैकिंग कैमरे भी लगाए गए हैं.

Last Updated : Jan 21, 2021, 3:42 PM IST
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