पलामू: झारखंड छत्तीसगढ़ सीमा पर मौजूद बूढ़ापहाड़ पर सुरक्षाबलों और माओवादियों से मुठभेड़ हुई (Encounter between police Maoists in Jharkhand) है. मुठभेड़ के बाद पुलिस ने सर्च अभियान में माओवादियों के एक बंकर को ध्वस्त किया है. इस बंकर में 40 के करीब लैंड माइंस (40 land mines recovered), हजार किलो के करीब चावल, नक्सल साहित्य और भारी मात्रा में अन्य सामग्री को जब्त किया गया. सुरक्षाबलों ने बरामद लैंडमाइंस को विस्फोट कर नष्ट कर दिया है. लातेहार एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि सोमवार की सुबह यह मुठभेड़ हुई है.
इस मुठभेड़ में माओवादियों के बंकर को ध्वस्त किया गया है. इलाके में माओवादियों खिलाफ अभियान जारी है. सीरीज लैंड माइन्स 30, प्रेशर कूकर लैंड माइंस 01, केन लैंड माइंस 03, सिरिंज लैंड माइंस 05, चावल एक हजार किलो, दाल 50 किलो, आटा 05 किलो, पॉलीथिन बड़ा साईज 10, नक्सल साहित्य, भारी मात्रा दवा मिला है.
झारखंड छत्तीसगढ़ सीमा पर मौजूद बूढ़ापहाड़ के इलाके में माओवादियों के खिलाफ एक बार फिर से बड़ा अभियान शुरू किया गया है. यह अभियान लातेहार की तरफ से शुरू किया गया है. करीब 15 दिनों बाद यह अभियान शुरू हुआ है. बारिश के कारण अभियान को बीच में ही रोक दिया गया था. एक बार फिर से बूढ़ापहाड़ के इलाके में बड़ा अभियान शुरू किया गया. अभियान के लिए पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर में हेलीकॉप्टर की तैनाती की गई है. हेलीकॉप्टर के माध्यम से जवानों को कई रसद पहुंचाई जा रही है और पूरे अभियान पर नजर रखी जा रही है.
अभियान के लिए बनाया गया है अस्थाई कैम्प: अभियान के लिए बुढ़ापहाड़ से सटे हुए इलाके में सुरक्षाबलों ने दर्जनों ट्रैक्टर को रिजर्व में रखा है. ट्रैक्टर के माध्यम से ही जवानों को कई तरह की सामग्री और टेंट पहुंचाई गई है. बूढ़ापहाड़ के इलाके में अभियान के लिए 20 से अधिक अस्थाई कैंप भी बनाए गए हैं. इन कैंप तक सामग्री को पंहुचाने के लिए ट्रैक्टर का इस्तेमाल किया जा रहा है. लातेहार के गारू, महुआडांड़, बारेसाढ़, छिपादोहर के इलाके में ट्रैक्टर रिजर्व में है. इस अभियान में कोबरा, जगुआर, सीआरपीएफ, जैप, आईआरबी और जिला बल शामिल है. इस अभियान में छत्तीसगढ़ के भी सुरक्षाबल शामिल हैं.
अभियान को लेकर कोबरा सीआरपीएफ के टॉप अधिकारी पलामू में कैंप कर रहे हैं. जबकि पलामू में ऑपरेशन का वार रूम बनाया गया है. पूरे अभियान पर पुलिस मुख्यालय और सीआरपीएफ के टॉप अधिकारी नजर बनाए हुए हैं. 15 दिन पहले बूढ़ापहाड़ के इलाके में अभियान के क्रम में नक्सलियों ने कई लैंडमाइंस विस्फोट किया था, जबकि सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ भी हुई थी. एक बार फिर से अभियान में 40 से अधिक कंपनी सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है.