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Changes in Buddha Pahad: बूढ़ापहाड़ के कई इलाकों में पहुंची बिजली, सीएम हेमंत के दौरे के बाद बदलने लगे हालात

बूढ़ापहाड़ के इलाकों की तस्वीर बदलने लगी है. बूढ़ापहाड़ के तलहटी इलाके के लोग मुख्य धारा में लौट रहे हैं. कई गांवों तक बिजली पहुंच गई है. पहली बार वहां के लोगों ने बिजली देखी. यह बदलाव सीएम हेमंत सोरेन के बूढ़ापहाड़ दौरे के बाद देखने को मिला है, जिसका इंतजार दशकों से हो रहा था.

Changes in Buddha Pahad
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Published : Feb 8, 2023, 5:20 PM IST

आईजी राजकुमार लकड़ा, पलामू रेंज

पलामू: झारखंड और छत्तीसगढ़ सीमा पर मौजूद बूढ़ापहाड़ के इलाके में बदलाव शुरू हो गया है. यह कोई आम बदलाव नहीं है, बल्कि इस बदलाव का इंतजार कई दशकों से किया जा रहा था. बूढ़ापहाड़ के इलाके से अब सुखद खबर निकलकर सामने आने लगी है. बूढ़ापहाड़ के तलहटी में मौजूद कई गांव मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं और उन तक मूलभूत सुविधाएं बढ़ाई जा रही है. बूढ़ा पहाड़ के तलहटी में मौजूद हेसातु, खपरी महुआ, बहेराटोली समेत कई इलाकों में बिजली पहुंच गई है. इस इलाके के लोगों ने पहली बार बिजली देखी है. इलाके के लोग अभी तक मध्यकालीन सभ्यता में ही जी रहे थे.

ये भी पढ़ें: बूढ़ा पहाड़ पहुंचे सीएम हेमंत सोरेन, डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का किया उद्घाटन

सीएम ने की थी बूढ़ापहाड़ डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की घोषणा: सुरक्षाबलों की कड़ी निगरानी में बिजली विभाग ने इलाके में पहुंच बनाने में सफलता पाई है. यह इलाका गढ़वा में भंडरिया प्रखंड के अंतर्गत आता है. कुछ दिनों पहले राज्य के सीएम हेमंत सोरेन पूरे कुनबे के साथ बूढ़ापहाड़ पंहुचे थे. इस दौरान सीएम ने बूढ़ापहाड़ डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की घोषणा की थी. इस दौरान करीब 100 करोड़ की योजनाओं की घोषणा की गई थी. जिसके बाद गढ़वा जिला प्रशासन ने बिजली विभाग के साथ मिलकर इलाके में बिजली पहुंचाने के लिए पहल शुरू की. बूढ़ापहाड़ के सबसे तराई वाले इलाके हेसातु, बहेराटोली और कुल्ही में बिजली पहुंचाई गई है.

पहली बार बिजली से रोशन हुए घर: हेसातु में दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों के घर में बिजली का कनेक्शन भी दे दिया गया है. हेसातु के सुरेश परहिया ने बताया कि पहली बार इलाके में बिजली पहुंची है. पहली बार उनके घर बिजली से रोशन हुए हैं. इससे पहले वे लालटेन या सोलर ऊर्जा का इस्तेमाल वे करते थे. बरसात में दिनों में सोलर ऊर्जा से मोबाइल को चार्ज करना काफी मुश्किलों भरा होता था.

ये भी पढ़ें: हेमंत सोरेन का बूढ़ा पहाड़ दौरा, पहली बार नक्सलियों के गढ़ में कोई सीएम, कई टॉप कमांडर कर सकते हैं आत्मसमर्पण

सुरक्षाबलों पर बढ़ा ग्रामीणों का भरोसा: पलामू रेंज के आईजी राजकुमार लकड़ा ने बताया कि पुलिस और सुरक्षाबलों पर ग्रामीणों का विश्वास बढ़ा है. इलाके में पानी बिजली और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं पहुंचाई जा रही है. सुरक्षाबलों ने इलाके में एक बेहतर माहौल दिया है और अपनी सुरक्षित निगरानी में वे विकास के कार्य करवा रहे हैं.

पीएम ग्राम सड़क योजना के तहत रोड का निर्माण: गढ़वा के भंडरिया से हेसातु और बहेराटोली की दूरी लगभग 25 किलोमीटर है. दोनों गांव में पंहुचने के लिए जंगली रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है. दोनों गांव आदिम जनजाति बहुल हैं, जंहा करीब 265 परिवार रहते हैं. इलाके को जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत रोड का भी निर्माण किया जा रहा है.

आईजी राजकुमार लकड़ा, पलामू रेंज

पलामू: झारखंड और छत्तीसगढ़ सीमा पर मौजूद बूढ़ापहाड़ के इलाके में बदलाव शुरू हो गया है. यह कोई आम बदलाव नहीं है, बल्कि इस बदलाव का इंतजार कई दशकों से किया जा रहा था. बूढ़ापहाड़ के इलाके से अब सुखद खबर निकलकर सामने आने लगी है. बूढ़ापहाड़ के तलहटी में मौजूद कई गांव मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं और उन तक मूलभूत सुविधाएं बढ़ाई जा रही है. बूढ़ा पहाड़ के तलहटी में मौजूद हेसातु, खपरी महुआ, बहेराटोली समेत कई इलाकों में बिजली पहुंच गई है. इस इलाके के लोगों ने पहली बार बिजली देखी है. इलाके के लोग अभी तक मध्यकालीन सभ्यता में ही जी रहे थे.

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सीएम ने की थी बूढ़ापहाड़ डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की घोषणा: सुरक्षाबलों की कड़ी निगरानी में बिजली विभाग ने इलाके में पहुंच बनाने में सफलता पाई है. यह इलाका गढ़वा में भंडरिया प्रखंड के अंतर्गत आता है. कुछ दिनों पहले राज्य के सीएम हेमंत सोरेन पूरे कुनबे के साथ बूढ़ापहाड़ पंहुचे थे. इस दौरान सीएम ने बूढ़ापहाड़ डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की घोषणा की थी. इस दौरान करीब 100 करोड़ की योजनाओं की घोषणा की गई थी. जिसके बाद गढ़वा जिला प्रशासन ने बिजली विभाग के साथ मिलकर इलाके में बिजली पहुंचाने के लिए पहल शुरू की. बूढ़ापहाड़ के सबसे तराई वाले इलाके हेसातु, बहेराटोली और कुल्ही में बिजली पहुंचाई गई है.

पहली बार बिजली से रोशन हुए घर: हेसातु में दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों के घर में बिजली का कनेक्शन भी दे दिया गया है. हेसातु के सुरेश परहिया ने बताया कि पहली बार इलाके में बिजली पहुंची है. पहली बार उनके घर बिजली से रोशन हुए हैं. इससे पहले वे लालटेन या सोलर ऊर्जा का इस्तेमाल वे करते थे. बरसात में दिनों में सोलर ऊर्जा से मोबाइल को चार्ज करना काफी मुश्किलों भरा होता था.

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सुरक्षाबलों पर बढ़ा ग्रामीणों का भरोसा: पलामू रेंज के आईजी राजकुमार लकड़ा ने बताया कि पुलिस और सुरक्षाबलों पर ग्रामीणों का विश्वास बढ़ा है. इलाके में पानी बिजली और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं पहुंचाई जा रही है. सुरक्षाबलों ने इलाके में एक बेहतर माहौल दिया है और अपनी सुरक्षित निगरानी में वे विकास के कार्य करवा रहे हैं.

पीएम ग्राम सड़क योजना के तहत रोड का निर्माण: गढ़वा के भंडरिया से हेसातु और बहेराटोली की दूरी लगभग 25 किलोमीटर है. दोनों गांव में पंहुचने के लिए जंगली रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है. दोनों गांव आदिम जनजाति बहुल हैं, जंहा करीब 265 परिवार रहते हैं. इलाके को जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत रोड का भी निर्माण किया जा रहा है.

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