पलामू: कुख्यात डॉन सुजीत सिन्हा के रंगदारी और लेवी का पैसा रियल स्टेट के कारोबार में इंवेस्ट हुआ है. रांची छत्तीसगढ़ समेत कई इलाके के बिल्डरों से रंगदारी के पैसे से रियल इस्टेट के कारोबार को खड़ा किया गया है. इसका खुलासा पलामू पुलिस की कार्रवाई में हुआ है.
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पलामू पुलिस को झारखंड के दो बड़े बिल्डरों के साथ साथ कई कारोबारियों के नाम मिले हैं, जिन्होंने सुजीत सिन्हा के पैसे को इंवेस्ट किया है. पुलिस ने ऐसे सभी कारोबारियों को रडार पर लिया है और उनसे पूछताछ करने की तैयारी कर रही है.
विदेशो में पैसा इंवेस्ट का पुलिस को शक: सुजीत सिन्हा का नेटवर्क नेपाल और मलेशिया से जुड़ा है. पुलिस को आशंका है कि विदेशों में भी पैसे को इंवेस्ट किया गया है. पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि सुजीत सिन्हा के भाई अरुण सिन्हा को पलामू पुलिस ने गिरफ्तार किया है. अरुण सिन्हा के पास से बरामद मोबाइल और डायरी में सुजीत सिन्हा गिरोह से जुड़े हुए वित्तीय मामलों की जानकारी मिली है.
मोबाइल और डायरी से पता चला है कि सुजीत सिन्हा का रंगदारी का पैसा रियल एस्टेट के कारोबार में इंवेस्ट हुआ है. पुलिस फिलहाल अभी नामों का खुलासा नहीं करेगी. लेकिन सभी के खिलाफ कार्रवाई के लिए योजना तैयार की जा रही है. रियल इस्टेट में सुजीत सिन्हा का पैसा लगाने वाले रांची से लेकर छत्तीसगढ़ तक के कारोबारी शामिल हैं.
मोबाइल का डाटा खंगाल रही पुलिस: गिरफ्तार अरुण सिन्हा के मोबाइल से पलामू पुलिस को करोड़ों के लेनदेन की जानकारी मिली है. अरुण सिन्हा छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक सरिया कंपनी में सेल्स मैनेजर के रूप में काम कर रहा था. कुछ साल पहले अरुण सिन्हा पर पलामू में गैंगवार के दौरान गोली चली थी. पुलिस के अनुसार उस घटना के बाद अरुण सिन्हा रायपुर में शिफ्ट हो गया था. अरुण सिन्हा तक रंगदारी का पैसा गिरफ्तार अपराधी रिक्की खान के माध्यम से जाता था. पलामू पुलिस अरुण सिन्हा के मोबाइल का डाटा खंगाल रही है.