पलामूः सिगसिगी रेलवे स्टेशन पर रेल सेवा बाधित कर हंगामा करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई शुरू हो गयी है. जपला आरपीएफ ने 40-50 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर आगे की छानबीन शुरू कर दी है.
डीडीयू रेलखंड के सिगसिगी रेलवे स्टेशन पर स्थानीय लोगों द्वारा हंगामा करने और रेल सेवा बाधित करने वालों के विरुद्ध रेल प्रशासन की कार्रवाई शुरू हो गयी है. इस मामले में आरपीएफ ने 40-50 अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है. जपला आरपीएफ निरीक्षक प्रभारी राकेश रंजन ने बताया कि वहां के लोगों ने अनाधिकृत रूप से सिगसिगी स्टेशन में हंगामा कर रेल सेवा बाधित कर दिया था. वरीय अधिकारियों के हस्तक्षेप पर रेल सेवा बहाल कराई गयी थी. रेल सेवा बाधित करने वालों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है
क्या है मामलाः रविवार को सिगसिगी गांव की एक गर्भवती महिला को तेज प्रसव पीड़ा हो रही थी. जिसे परिजन निजी वाहन से विश्रामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जा रहे थे लेकिन रेलवे फाटक बंद होने के कारण उनकी गाड़ी दूसरी ओर लगभग एक घंटे तक फंसी रही. परिजन स्टेशन मास्टर से फाटक खोलने का आग्रह करते रहे लेकिन रेल फाटक नहीं खोला गया, इधर महिला की स्थित लगातार बिगड़ते जा रही थी. जिसके बाद आननफानन में महिला को चारपाई में लादकर जैसे तैसे रेल फाटक पार करके 108 एंबुलेंस से मेदिनीनगर भेजा गया.
इसी बात से आक्रोशित ग्रामीणों ने सिगसिगी स्टेशन पर हंगामा किया. ग्रामीणों ने स्टेशन मास्टर को बंधक बना लिया और स्टेशन के तकनीकी कमरे में ताला जड़ दिया था. जिससे लगभग पांच घंटे तक रेल सेवा बाधित रहा. इसके बाद वरीय रेल अधिकारियों के हस्तक्षेप मामला शांत हुआ. इसी मामले में अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए कार्रवाई शुरू हुई है.