पलामूः झारखंड में धार्मिक स्थलों का सर्किट बनाया जाएगा और सभी को आपस में जोड़ा जाएगा, ताकि पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके. यह बातें राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कही. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बुधवार को गढ़वा में श्री बंशीधर महोत्सव में भाग लेने के लिए पहुंचे थे. महोत्सव को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि श्री बंशीधर नगर महोत्सव पहला नहीं है, बल्कि राज्य के कई धार्मिक स्थलों को संरक्षित करने की पहल शुरू की गई है. जल्द ही सभी को धार्मिक सर्किट से जोड़ा जाएगा.
सीएम ने कहा कि बंशीधर महोत्सव ऐतिहासिक है. इसकी गूंज पूरे विश्व भर में सुनाई देनी चाहिए. सरकार इस महोत्सव के भव्यता के लिए पहल करेगी. उन्होंने कहा कि बहाली के लिए कभी नियमावली नहीं बनी, उनकी सरकार ने नियमावली बनाने का काम किया है. कुछ लोग सिर्फ मंच पर भाषण देते हैं, लेकिन करते कुछ नहीं हैं. रोजी-रोजगार पर आफत है. सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का प्रयास कर रही है और इसके लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं.
गांव को मजबूत बनाने की जरूरतः सीएम हेमंत सोरेन ने कहा गांव को मजबूत करने की जरूरत है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि गढ़वा जिला प्रशासन ने सरकार की योजनाओं से संबंधित किताब छपवाई है. उस किताब को हर जनप्रतिनिधि के घर-घर तक पहुंचाने की जरूरत है. इस किताब में सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी है. अब सरकार सिर्फ कागज पर नहीं, धरातल पर भी योजनाओं को दिखा रही है. सीएम ने कहा कि राज्य की मूल आत्मा गांव में है, गांव को बचाना जरूरी है. गांव को मजबूत करेंगे तभी हम मजबूत होंगे.इस दौरान सीएम ने कहा कि राज्य में दूध के क्षेत्र में क्रांति आने वाली है. सीएम ने कहा कि श्री बंशीधर नगर के नामकरण को लेकर भी सरकार जल्द नोटिफिकेशन को लेकर फैसला करेगी. वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने संयुक्त रूप से श्री बंशीधर महोत्सव का उदघाटन किया. इसके पूर्व वाराणसी के संतों द्वारा शंखनाद के उद्घोष के साथ ही महोत्सव की शुरुआत की गई.
सुखाड़ राहत के लिए सभी कागजी प्रक्रिया पूरीः सुखाड़ राहत के लिए सभी कागजी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. बंशीधर महोत्सव को संबोधित करते हुए मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि सरकार आती है-जाती है ,मंत्री आते हैं-जाते हैं, लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कई फैसले ऐतिहासिक हैं. कृषि ऋण के तहत एनपीए पर भी विचार किया जा रहा है. सूखा राहत के लिए केंद्र सरकार को लिखा गया है. पूरे मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहल कर रहे हैं. केंद्र सरकार को समय पर सूखा राहत देने के लिए सभी कागजी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. मौके पर राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, पलामू रेंज के आईजी राजकुमार लकड़ा समेत कई अधिकारी मौजूद थे.
सीएम ने 700 करोड़ की योजनाओं की रखी आधारशिलाः वहीं मौके पर मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि पहली बार राजकीय महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. महोत्सव के नाम पर बड़ी-बड़ी घोषणाएं हुई हैं. आधिकारिक तौर पर आज इस महोत्सव की घोषणा की जा रही है. प्रत्येक वर्ष इस महोत्सव का आयोजन किया जाएगा, चाहे सरकार किसी की भी रहे. मंत्री जगरनाथ महतो के निधन के शोक में महोत्सव को स्थगित कर दिया गया था, लेकिन कुछ लोगों ने इस पर राजनीति शुरू कर दिया था. ऐसे तत्वों से सावधान रहने की जरूरत है. श्री बंशीधर महोत्सव के अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने करीब 700 करोड़ की योजनाओं की आधारशिला रखी और इसका उदघाटन किया. श्री बंशीधर महोत्सव को राजकीय दर्जा प्राप्त है. 2018-19 में महोत्सव की शुरुआत हुई थी, कोविड-19 काल के बाद पहली बार इस महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. गढ़वा डीसी शेखर जमुआर ने महोत्सव के उदघाटन मौके पर सभी का स्वागत किया.