पलामू: कथित बकोरिया मुठभेड़ की जांच करने सीबीआई की टीम पलामू पंहुची है. 09 जून 2015 को पलामू के सतबरवा थाना क्षेत्र के बकोरिया में कथित मुठभेड़ में 12 नक्सली मारे गए थे. इस मुठभेड़ की जांच सीबीआई कर रही है. जांच में तेजी के लिए सीबीआई की टीम पलामू में कैंप करेगी और कई लोगों से पूछताछ करेगी. फरवरी के बाद सीबीआई की टीम पहली बार पलामू पंहुची है. मंगलवार की शाम एक टीम पलामू पंहुची, जबकि दूसरी टीम अगले एक दो दिनों में पलामू पंहुचेगी.
सीबीआई करेगी टॉप पुलिस अधिकारियों से पूछताछ
सीबीआई की टीम कथित बकोरिया मुठभेड़ में टॉप पुलिस अधिकारियों से पूछताछ करेगी. जानकारी के अनुसार तत्कालीन डीजी, सीआरपीएफ के टॉप अधिकारियों से भी मामले में सीबीआई पूछताछ करेगी. अब तक सीबीआई की टीम ने पलामू के तत्कालीन आईजी, डीआईजी, एसपी और मुकदमे से जुड़े सभी लोगों से पूछताछ किया है. 09 जून 2015 को बकोरिया के भलवही घाटी में कथित तौर पर 12 नक्सली मारे गए थे. मारे गए नक्सलियों में टॉप कमांडर आरके उर्फ अनुराग और उसका बेटा और भतीजा शामिल था. कथित मुठभेड़ में 04 नाबालिग, एक पारा शिक्षक और उसका भाई भी मारा गया था.
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बकोरिया कांड में आ चुका है कई मोड़
बकोरिया कांड में कई मोड़ आ चुका है. मारे गए पारा शिक्षक के पिता ने मुठभेड़ को लेकर सवाल उठाया था, जिसके बाद जांच शुरू हुई थी. सीआईडी जांच की धीमी गति के बाद हाई कोर्ट ने कड़ी टिप्पणी करते हुए सीबीआई को जांच का आदेश दिया था. बाद में राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर किया था, जिसे अस्वीकृत कर दिया गया. सीबीआई की टीम 2018 से मुठभेड़ की जांच कर रही है. जानकारी के अनुसार बकोरिया मुठभेड़ का एफआईआर रजिस्टर करने वाला दारोगा सरकारी गवाह बन गया है.