पलामूः बकोरिया मुठभेड़ मामले में सीबीआई की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है. सीबीआई की टीम विजय कुमाए प्रधान की नेतृत्व में दो बार घटनास्थल पर पहुंचकर क्राइम सीन रीक्रिएट किया गया. बुधवार की रात 11 से 2 बजे तक और गुरुवार की सुबह 7 से 10 बजे तक सीबीआई की टीम ने घटनास्थल पर क्राइम सीन रीक्रिएट किया. इसके साथ ही सीबीआई की टीम जब्त स्कोर्पियो की भी जांच कर रही है. इससे पहले 2019 में एफएसएल की टीम के साथ सीबीआई ने क्राइम सीन रीक्रिएशन किया था.
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बकोरिया मुठभेड़ की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने 2019 में भी क्राइम सीन का रीक्रिएशन किया था. इसी दौरान मुठभेड़ का एफआईआर करने वाले पुलिस अधिकारी अपने बयामन से मुकर गए थे. बुधवार और गुरुवार को हुए रीक्रिएट ऑफ क्राइम सीन के दौरान सीबीआई के सभी अधिकारी मौजूद थे. 9 जून 2015 को बकोरिया के भलवही घाटी में 12 कथित नक्सली मारे गए थे. मारे गए नक्सलियों में टॉप कमांडर आरके उर्फ अनुराग और उसका बेटा और भतीजा भी शामिल था.
बकोरिया मुठभेड़ की जांच कर सीबीआई की टीम मारे गए सभी 12 लोगो के रिकॉर्ड खंगाल रही है. सीबीआई की टीम मारे गए आधे से अधिक लोगों का नक्सल संबंध होने का रिकॉर्ड मिला है. कई लोगों के परिजनों ने सीबीआई की टीम को अहम जानकारी दी है. वहीं, कुछ परिजनों ने नक्सल से संबंध होने की बात को इंकार किया है. क्राइम सीन रीक्रिएशन के बाद सीबीआई की टीम रांची रवाना हो गई. रांची में सीबीआई ही टीम पलामू के तत्कालीन अभियान एसपी समेत कई टॉप अधिकारियों से पूछताछ करेगी.