पलामू: मानसून की पहली बारिश में ही करोड़ों की लागत से बना पुल धंस गया. यह मामला है पलामू के पांकी के ढूब गांव का. ढूब में 8.25 करोड़ की लागत से अमानत नदी पर पुल बना था. 14 जून को पुल की अंतिम स्लैब की ढलाई हुई थी. ढलाई के दो दिनों के अंदर ही पुल धंस गया. पुल की लंबाई 329 मीटर है.
पिछले 2 साल से इसका निर्माण कार्य चल रहा था. पुल का निर्माण ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल विभाग की ओर से हो रहा था. बुधवार सुबह पुल धंस गया. जानकारी मिलने के बाद स्थानीय विधायक डॉ शशिभूषण मेहता ने पुल के हालात का जायजा लिया. पुल का निर्माण सिलदिलाया कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है.
अमानत नदी पर बन रहा ढूब पुल करीब सवा आठ करोड़ रुपये की लागत से बन रहा था. ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता सुरेश पासवान ने बताया कि विभाग की जानकारी के बिना पुल की ढलाई हुई. मामले में वे जांच कर रहे हैं. जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए विभाग को लिखा जाएगा. कार्यपालक अभियंता ने बताया कि पांकी के इलाके में अक्सर इस तरह की शिकायत सामने मिलती हैं.
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मामले को लेकर सीएम से मिलेंगे विधायक
पांकी के विधायक डॉ शशिभूषण मेहता ने कहा कि मामले में सीएम से मुलाकात करेंगे और पुल निर्माण में हुई अनियमितता पर कार्रवाई की मांग करेंगे. विधायक ने कहा कि पांकी में अधिकतर पुलों के निर्माण में ठेकेदार दबंगई दिखाते हैं.
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ठेकेदार खुद को सिस्टम से ऊपर समझते हैं. कई पुलों की शिकायत मिली है जिसका निर्माण कार्य ठीक से नहीं हुआ और अधूरा है. यह हाल सिर्फ पांकी विधानसभा क्षेत्र में है. उन्होंने कहा कि ठेकेदार अनूप जायसवाल दबंगई दिखाते हैं और उन्हें पूर्व विधायक का संरक्ष्ण मिला हुआ है.
दो दर्जन से अधिक गांवों को मिलता पुल का लाभ
पांकी के ढूब में अमानत नदी पर बन रहे पुल से करीब 2 दर्जन से अधिक गांवों को लाभ होता. यह इलाका प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर से करीब 60 किलोमीटर दूर है. पुल के बन जाने से छत्तरपुर और उसके आस-पास के एक दर्जन से अधिक गांव पांकी से की दूरी मात्र चार किलोमीटर रह जाएगी.