पलामू: जिले में मानसून के आगमन के साथ किसानों की समस्याएं एक बार फिर से सामने आने लगी है. वहीं, किसान समस्याओं को लेकर भाजपा ने एक बार फिर आंदोलन शुरू कर दिया है. किसानों की समस्याओं को लेकर पलामू सांसद विष्णुदयाल राम और भाजपा के चारों विधायक शुक्रवार को खेतों में धरने पर बैठ गए. इस दौरान सांसद और विधायक ने किसानों की समस्या को भी सुना. राज्य के पाकुड़, हजारीबाग, गिरिडीह समेत कई जिलों में भाजपा नेताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की.
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किसानों ने उठाई धान खरीद की समस्या, कहा- बीज नहीं मिल रही
पलामू के किसानों ने सांसद विष्णुदयाल राम को किसानों ने बताया कि अभी तक वे अपने धान को बेच नहीं पाए है और फिर से धान बोने का वक्त आ गया है. धान को बिचौलियों ने बेंच डाला. किसानों ने बताया कि मोबाइल पर बीज वितरण के लिए मैसेज आ रहा, लेकिन बीज नहीं मिल रही. किसानों को जो राशि मिलने वाली थी वह मिल नहीं पाई है. किसानों ने बताया की वे खेती पर निर्भर है लेकिन उनके लिए सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है.
राज्य सरकार की नीतियां किसान विरोधी
पलामू सांसद विष्णुदयाल राम ने बताया कि झारखंड सरकार की नीतियां किसान विरोधी हैं. राज्य सरकार ने रघुवर सरकार के कार्यकाल में जो योजनाएं शुरू की थी, वो बंद कर दी गई है. उन्होंने बताया कि पलामू में धान खरीद को लेकर कई समस्याएं सामने आई है. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों की समस्या को जानना था. किसानों की समस्याओं के समाधान करना उनकी प्राथमिकता है.
पाकुड़ में भाजपा किसान मोर्चा ने किया विरोध
पाकुड़ में धान का मूल्य अब तक नही दिए जाने के विरोध में आज भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा कार्यकर्ताओं ने खेत मे उतरकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सबरी पाल व अनिकेत गोस्वामी ने बताया कि वर्तमान सरकार की लापरवाही के कारण आज राज्य के किसान काफी परेशान है.
सबरी पाल ने कहा कि बीते वर्ष सरकार ने हजारो किसानों से धान क्रय किया था और उन किसानों को अब तक कोई भुगतान नही किया गया जिस कारण किसान खेत मे रहने के बजाय अब सड़क पर आ गए है.
कोडरमा में कुदाल लेकर प्रदर्शन
कोडरमा के पथलडीहा पंचायत में विधायक नीरा यादव ने खेतों में पहुंचकर राज्य सरकार के प्रति विरोध प्रकट किया और किसानों के खून पसीने से उगाई गई धान के फसल का भुगतान करने की मांग की. इस दौरान उन्होंने हाथों में कुदाल लेकर कीचड़ और पानी से लबालब खेत में खेती और किसानी कर विरोध जताया.
इस मौके पर मौजूद कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की और किसानों के समर्थन में आंदोलन बुलंद करने की बात कही.
हजारीबाग में गूंजे विरोध के स्वर
हजारीबाग में भी कार्यकर्ता खेतों में देखे गए. ग्रामीण क्षेत्रों में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार किसान विरोधी है. किसान के हित मे काम नहीं कर रही है. मानसून आने को है और उन्हें सहायता भी नहीं किया जा रहा है. आलम यह है कि अब तक पैक्स को दिया हुआ धान का दाम भी किसानों के अकाउंट में नहीं आया है.
सदर विधायक मनीष जायसवाल ने भी कटकमदाग प्रखंड में सरकार के खिलाफ धरना दिया. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के हिसाब से अब तक पूरे जिले में केवल कुल 12,267 किसान लाभार्थियों के कर्ज माफ हुए हैं और कुल रकम है करीब 49 करोड़ 34 लाख जो माफ किये गए हैं.
गिरिडीह में सरकार पर जमकर बरसे नेता
गिरिडीह के बगोदर प्रखंड में भाजपाइयों के द्वारा अलग-अलग स्थानों में विरोध प्रदर्शन किया गया एवं इसके माध्यम से धान खरीदी के एवज में किसानों के बीच बकाया राशि का सरकार से अविलंब भुगतान किए जाने की मांग की गई. पूर्व सांसद रवींद्र राय एवं पूर्व विधायक नागेंद्र महतो कार्यकर्ताओं के साथ खेतों में उतरकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान झारखंड सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई.
उन्होंने कहा कि किसानों के साथ सरकार धोखा कर रही है. सरकार की इस धोखेबाजी और मनमानी का भाजपा विरोध करेगी. पूर्व सांसद राय ने कहा कि धरती पुत्रों के साथ धोखेबाजी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. किसानों का बकाया धान मूल्य की राशि का सरकार अविलंब भुगतान करें.