पलामूः छकरबंधा कॉरिडोर से बूढ़ा पहाड़ कॉरिडोर में नक्सलियों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू हुआ है. इस अभियान में सीआरपीएफ, जगुआर, आईआरबी और जैप के जवानों की तैनाती की गई है. हाल के दिनों में छकरबंधा के इलाके में बिहार में तैनात कोबरा और सीआरपीएफ के जवानों ने माओवादियों के कई ठिकाने को नष्ट कर दिया है और भारी मात्रा में हथियार समेत कई सामग्री को जब्त किया था. इस कार्रवाई के बाद माओवादियों का दस्ता छकरबंधा से भाग गया था.
सुरक्षाबल और सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि माओवादी छकरबंधा से निकल कर बूढ़ा पहाड़ के इलाके में भाग सकते हैं. बिहार के छकरबंधा से छत्तीसगढ़ के बूढ़ा पहाड़ कॉरिडोर में चतरा, पलामू, लातेहार का इलाका शामिल है. इस कॉरिडोर में पहले से ही 20 से अधिक पुलिस कैंप बनाए गए हैं. सभी कैंप हाई अलर्ट पर हैं, जबकि 10 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात कर अभियान शुरू किया गया है. मानसून के दौरान इस कॉरिडोर में नक्सलियों खिलाफ यह बड़ा अभियान है. इस अभियान में पलामू, चतरा और लातेहार के सुरक्षाबल संयुक्त रूप से शामिल हैं.
टॉप माओवादी संदीप की मौत के बाद छकरबंधा के इलाके में माओवादी कमजोर हो गए हैं, वहां से निकल कर भाग गए हैं. वे किसी सुरक्षित इलाके में भागने के फिराक में हैं. एक टॉप सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि सभी इलाको में नजर बनाए हुए हैं, कॉरिडोर में अभियान शुरू हुआ है.
छकरबंधा बूढ़ा पहाड़ कॉरिडोर में नक्सलियों के खिलाफ बड़ा अभियान, 10 से अधिक कंपनी जवानों को किया गया तैनात
पलामू में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस बड़ा अभियान चला रही है. इसमें पुलिस को भारी सफलता मिली है. भारी मात्रा में हथियार समेत कई सामान बरामद किए गए हैं.
पलामूः छकरबंधा कॉरिडोर से बूढ़ा पहाड़ कॉरिडोर में नक्सलियों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू हुआ है. इस अभियान में सीआरपीएफ, जगुआर, आईआरबी और जैप के जवानों की तैनाती की गई है. हाल के दिनों में छकरबंधा के इलाके में बिहार में तैनात कोबरा और सीआरपीएफ के जवानों ने माओवादियों के कई ठिकाने को नष्ट कर दिया है और भारी मात्रा में हथियार समेत कई सामग्री को जब्त किया था. इस कार्रवाई के बाद माओवादियों का दस्ता छकरबंधा से भाग गया था.
सुरक्षाबल और सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि माओवादी छकरबंधा से निकल कर बूढ़ा पहाड़ के इलाके में भाग सकते हैं. बिहार के छकरबंधा से छत्तीसगढ़ के बूढ़ा पहाड़ कॉरिडोर में चतरा, पलामू, लातेहार का इलाका शामिल है. इस कॉरिडोर में पहले से ही 20 से अधिक पुलिस कैंप बनाए गए हैं. सभी कैंप हाई अलर्ट पर हैं, जबकि 10 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात कर अभियान शुरू किया गया है. मानसून के दौरान इस कॉरिडोर में नक्सलियों खिलाफ यह बड़ा अभियान है. इस अभियान में पलामू, चतरा और लातेहार के सुरक्षाबल संयुक्त रूप से शामिल हैं.
टॉप माओवादी संदीप की मौत के बाद छकरबंधा के इलाके में माओवादी कमजोर हो गए हैं, वहां से निकल कर भाग गए हैं. वे किसी सुरक्षित इलाके में भागने के फिराक में हैं. एक टॉप सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि सभी इलाको में नजर बनाए हुए हैं, कॉरिडोर में अभियान शुरू हुआ है.