पलामू: जिले में उपायुक्त शशिरंजन के निर्देश पर रांची से आई कंसल्टेंसी टीम ने पर्यटक स्थल भीम चुल्हा के सुन्दरीकरण की प्रक्रिया का जायजा लिया. इस दौरान हुसैनाबाद अनुमंडल पदाधिकारी कुंदन कुमार के नेतृत्व में भीम चुल्हा स्थल पर सभी पहलुओं पर विचार विमर्श भी किया.
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रोजगार की बढ़ेगी संभावनाएं
बता दें कि जिला स्तरीय पर्यटन संवर्द्धन समिति से यह क्षेत्र पर्यटन स्थल के रूप में चिंहित है. कंसलटेंसी टीम अग्रवाल गार्डन ग्लोरिएंट कंपनी के पवन कुमार अग्रवाल ने बताया कि पर्यटन स्थल को विकसित करने के तहत स्थल पर सोलर स्ट्रीट लाइट, समुचित सुविधायुक्त शौचालय, पेयजलापूर्ति की सुविधा, डस्टबीन, गार्डन, गार्डन बेंच, फूड कैफेटेरिया, व्यू प्वाइंट, हैंगिंग ब्रिज, नदी में बोटिंग, बराज का टापूनुमा स्थल पर पार्क सहित सिटिंग सुविधा, नदी किनारे रेलिंग लगाने सहित कई तरह से काम किया जा सकता है.
क्या कहते हैं अनुमंडल पदाधिकारी
अनुमंडल पदाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि रमणीक पहाड़ियों से घिरा, कोयल नदी किनारे स्थित भीम चुल्हा स्थल के सुंदरीकरण से पर्यटन के साथ रोजगार के साधन और संभावनाएं भी बढ़ेंगी. मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रभाकर ओझा सहित कंसल्टेंसी टीम के अन्य सदस्य उपस्थित थे.
क्या है भीम चुल्हा
झारखंड प्रांत का जंगलों-पहाड़ों से घिरा पलामू क्षेत्र प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक-पौराणिक स्थलों से परिपूर्ण है. इसी क्षेत्र में हुसैनाबाद अनुमंडल का मोहम्मदगंज भी शामिल है. यहीं पर है पौराणिक चुल्हा, किवदंतियों के अनुसार यह वही 5 हजार साल पुराना चुल्हा है, जिस पर पांडवों के अज्ञातवास में महाबली भीम भोजन बनाया करते थे. कोयल नदी के तट पर शिलाखंडों से बना यह चुल्हा पांडवों के इस इलाके में ठहराव का गवाह है.