पाकुड़: बीजीआर कोल कंपनी के कर्मियों ने बताया कि बीते अप्रैल माह में पोकलेन ऑपरेटर राजकरण शर्मा की तबीयत अचानक खराब हो गई थी. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. कर्मियों ने बताया कि जिस वक्त राजकरण की तबीयत बिगड़ी थी, बीजीआर के अधिकारियों को सूचना दी गई. लेकिन इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया.
कर्मियों ने राशि इकट्ठा कर उसे इलाज के लिए भेजा और उसकी मौत हजारीबाग में हो गई. कर्मियों ने बताया कि मृतक की तीन संतान है. बताया गया कि मृतक के परिजन को कोई सहायता कंपनी द्वारा नहीं दी गई है. उनकी मांग है कि तत्काल क्रियाकर्म के लिए राशि देने, आश्रित को जॉब देने और उसकी पुत्री के विवाह के लिए पांच लाख रुपए दिए जाएं. अगर कोल कंपनी ने मांगों को पूरा नहीं किया तो आंदोलन तेज किया जाएगा. बीजीआर के डिप्टी जेनरल मैनेजर जेम्स मुर्मू ने बताया कि कर्मियों द्वारा रखी गई डिमांड को कुछ पूरा किया गया और कुछ पर विचार किया जा रहा है.