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पाकुड़ः हूल दिवस पर आदिवासी छात्रों ने किया विरोध प्रदर्शन, रामेश्वर मुर्मू की हत्या पर जताया आक्रोश - रामेश्वर मुर्मू की हत्या से आदिवासी नाराज

मंगलवार को हूल दिवस के मौके पर पाकुड़ में कुछ आदिवासी लोगों ने शहीद सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने से रोक दिया और प्रतिमा के सामने प्रदर्शन शुरु कर दिया. दरअसल कुछ दिन पहले सिदो-कान्हू के वंशज की हत्या कर दी गई थी, जिसको लेकर समाज में भारी आक्रोश है.

Prohibited from garlanding on Hul Day in pakur
हूल दिवस पर माल्यार्पण करने से रोक
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Published : Jun 30, 2020, 5:12 PM IST

पाकुड़: शहीद सिदो-कान्हू के वशंज की हत्या के विरोध में मंगलवार को आदिवासी छात्रों ने प्रदर्शन किया और माल्यार्पण करने रोक दिया. इसके बाद यहां राजनीतिक दलों के नेताओ ने अपनी अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी. विपक्ष ने जहां हेमंत सरकार पर निशाना साधा, तो वहीं सत्ता दल के नेता सरकार के बचाव में दिखे.

देखें पूरी खबर

ईटीवी भारत से बातचीत में भाजपा नेता हिसाबी राय ने कहा कि वर्तमान सरकार अपने को आदिवासी का हितैषी बताती है, लेकिन इसी सरकार के कार्यकाल में शहीद सिदो-कान्हू के वंशज की हत्या कर दी गई. बीजेपी नेता ने कहा कि सिदो-कान्हू के वशंज के हत्यारों का अब तक पता नहीं चल पाया है और हेमंत राज में अपराधियों का मनोबल भी ऊंचा हुआ है.

ये भी पढ़ें- बिरहोर जनजाति का विलुप्त होता पुरातन घर, सरकार ने दे दिया पक्का मकान

बीजेपी के जनजाति सुरक्षा मंच के प्रदेश सह संयोजक सुलेमान मुर्मू ने कहा कि खुद को आदिवासी की हितैषी मानने वाले हेमंत सोरेन शहीदों के नाम पर चुनाव लड़ते हैं और शहीदों के वंशज की हत्या हो जाती है तो किसी की गिरफ्तारी भी नहीं होती. इस शासनकाल में यह शर्मनाक है और हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए. इधर सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे कांग्रेस नेता राजेश रंजन ने कहा कि शहीद के वंशज की हत्या को लेकर हम सभी काफी दुखी हैं और अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर हेमंत सरकार काफी गंभीर है.

'सिदो-कान्हू के वंशज से ही उपजा है जेएमएम'

कांग्रेस नेता ने कहा कि हत्या के इस मामले का जल्द खुलासा होगा और मृतक के परिजनों को सरकार हरसंभव मदद कर रही है. कांग्रेस नेता ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में कई तरह के माफिया सक्रिय था और जब से हेमंत सरकार बनी है, कोरोना महामारी को लेकर अस्त व्यस्त है, लेकिन जल्द ही राज्य में कानून व्यवस्था बहाल होगी. अपराधियों का मनोबल टूटेगा. वहीं जेएमएम जिलाध्यक्ष श्याम यादव ने कहा कि जेएमएम सिदो-कान्हू के वंशज से ही उपजा है और रामेश्वर मुर्मू के हत्यारे जल्द सलाखों के पीछे होंगे.

ये भी पढ़ें- सिदो-कान्हू की हुंकार से कांप उठा था अंग्रेज और दिकुओं का कलेजा, जानिए क्यों मनाते हैं हूल दिवस

जेएमएम जिलाध्यक्ष ने कहा कि मृतक के परिजनों को हमारी सरकार कल्याणकारी योजनाओं का लाभ, परिजन को नौकरी देने का काम करेगी. इसकी घोषणा भी मुख्यमंत्री कर चुके हैं. जिलाध्यक्ष श्याम यादव ने कहा कि कुछ दलाल तबके के लोगों ने हमारी पार्टी के छात्र मोर्चा को बहला फुसला कर विरोध कराया, लेकिन हम लोगों ने छात्र मोर्चा को समझा बुझाकर शहीद की बेदी में पुष्प अर्पित किए.

क्या है पूरा मामला ?

12 जून 2020 को कुछ अपराधियों ने सिदो-कान्हू के वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या कर दी थी. उस समय से संथाल परगना में आदिवासी संगठन और छात्र मोर्चा घटना की सीबीआई जांच और जल्द हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है. मंगलवार को हूल दिवस के मौके पर पाकुड़ जिला मुख्यालय के सिदो-कान्हू मुर्मू पार्क में शहीदों के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जाना था, लेकिन यहां के आदिवासी छात्र मोर्चा के दर्जनों छात्र पार्क के मुख्य द्वार पर बैठ गए और घटना की सीबीआई जांच कराने और आरोपी की जल्द गिरफ्तारी सहित अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन करने लगे.

मामले की जानकारी मिलते ही अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, मुख्यालय डीएसपी, बीडीओ, नगर परिषद पदाधिकारी, नगर थाने की पुलिस पहुंची और प्रदर्शन कर रहे छात्रों को समझाने का असफल प्रयास किया. छात्रों का कहना था कि हमारी मांगें पूरी नहीं होती और जब तक श्राद्धकर्म पूरा नहीं हो जाता तब-तक किसी तरह की पूजापाठ या शुभ कार्य नहीं किया जा सकता है. इसलिए माल्यार्पण नहीं होने दिया जाएगा. हालांकि बाद में जेएमएम जिलाध्यक्ष श्याम यादव पहुंचे और विरोध कर रहे छात्रों को समझाया और कहा कि किसी प्रकार का माल्यार्पण कार्यक्रम नहीं होगा, सिर्फ शहीदों का दर्शन और चरणों में पुष्प अर्पित किया जाएगा.

पाकुड़: शहीद सिदो-कान्हू के वशंज की हत्या के विरोध में मंगलवार को आदिवासी छात्रों ने प्रदर्शन किया और माल्यार्पण करने रोक दिया. इसके बाद यहां राजनीतिक दलों के नेताओ ने अपनी अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी. विपक्ष ने जहां हेमंत सरकार पर निशाना साधा, तो वहीं सत्ता दल के नेता सरकार के बचाव में दिखे.

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ईटीवी भारत से बातचीत में भाजपा नेता हिसाबी राय ने कहा कि वर्तमान सरकार अपने को आदिवासी का हितैषी बताती है, लेकिन इसी सरकार के कार्यकाल में शहीद सिदो-कान्हू के वंशज की हत्या कर दी गई. बीजेपी नेता ने कहा कि सिदो-कान्हू के वशंज के हत्यारों का अब तक पता नहीं चल पाया है और हेमंत राज में अपराधियों का मनोबल भी ऊंचा हुआ है.

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बीजेपी के जनजाति सुरक्षा मंच के प्रदेश सह संयोजक सुलेमान मुर्मू ने कहा कि खुद को आदिवासी की हितैषी मानने वाले हेमंत सोरेन शहीदों के नाम पर चुनाव लड़ते हैं और शहीदों के वंशज की हत्या हो जाती है तो किसी की गिरफ्तारी भी नहीं होती. इस शासनकाल में यह शर्मनाक है और हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए. इधर सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे कांग्रेस नेता राजेश रंजन ने कहा कि शहीद के वंशज की हत्या को लेकर हम सभी काफी दुखी हैं और अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर हेमंत सरकार काफी गंभीर है.

'सिदो-कान्हू के वंशज से ही उपजा है जेएमएम'

कांग्रेस नेता ने कहा कि हत्या के इस मामले का जल्द खुलासा होगा और मृतक के परिजनों को सरकार हरसंभव मदद कर रही है. कांग्रेस नेता ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में कई तरह के माफिया सक्रिय था और जब से हेमंत सरकार बनी है, कोरोना महामारी को लेकर अस्त व्यस्त है, लेकिन जल्द ही राज्य में कानून व्यवस्था बहाल होगी. अपराधियों का मनोबल टूटेगा. वहीं जेएमएम जिलाध्यक्ष श्याम यादव ने कहा कि जेएमएम सिदो-कान्हू के वंशज से ही उपजा है और रामेश्वर मुर्मू के हत्यारे जल्द सलाखों के पीछे होंगे.

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जेएमएम जिलाध्यक्ष ने कहा कि मृतक के परिजनों को हमारी सरकार कल्याणकारी योजनाओं का लाभ, परिजन को नौकरी देने का काम करेगी. इसकी घोषणा भी मुख्यमंत्री कर चुके हैं. जिलाध्यक्ष श्याम यादव ने कहा कि कुछ दलाल तबके के लोगों ने हमारी पार्टी के छात्र मोर्चा को बहला फुसला कर विरोध कराया, लेकिन हम लोगों ने छात्र मोर्चा को समझा बुझाकर शहीद की बेदी में पुष्प अर्पित किए.

क्या है पूरा मामला ?

12 जून 2020 को कुछ अपराधियों ने सिदो-कान्हू के वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या कर दी थी. उस समय से संथाल परगना में आदिवासी संगठन और छात्र मोर्चा घटना की सीबीआई जांच और जल्द हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है. मंगलवार को हूल दिवस के मौके पर पाकुड़ जिला मुख्यालय के सिदो-कान्हू मुर्मू पार्क में शहीदों के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जाना था, लेकिन यहां के आदिवासी छात्र मोर्चा के दर्जनों छात्र पार्क के मुख्य द्वार पर बैठ गए और घटना की सीबीआई जांच कराने और आरोपी की जल्द गिरफ्तारी सहित अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन करने लगे.

मामले की जानकारी मिलते ही अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, मुख्यालय डीएसपी, बीडीओ, नगर परिषद पदाधिकारी, नगर थाने की पुलिस पहुंची और प्रदर्शन कर रहे छात्रों को समझाने का असफल प्रयास किया. छात्रों का कहना था कि हमारी मांगें पूरी नहीं होती और जब तक श्राद्धकर्म पूरा नहीं हो जाता तब-तक किसी तरह की पूजापाठ या शुभ कार्य नहीं किया जा सकता है. इसलिए माल्यार्पण नहीं होने दिया जाएगा. हालांकि बाद में जेएमएम जिलाध्यक्ष श्याम यादव पहुंचे और विरोध कर रहे छात्रों को समझाया और कहा कि किसी प्रकार का माल्यार्पण कार्यक्रम नहीं होगा, सिर्फ शहीदों का दर्शन और चरणों में पुष्प अर्पित किया जाएगा.

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