पाकुड़: राजमहल संसदीय क्षेत्र के सांसद विजय हांसदा ने रेल प्रशासन पर सरकारी कार्यक्रम में प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि ऐसी गलत परिपाटी को बर्दास्त नहीं किया जाएगा. बीते नौ साल के अंतराल में डीआरएम और जोनल मैनेजर के सामने पाकुड़ और साहिबगंज जिले की रेल समस्याओं को रखा गया, संसद में भी प्रमुखता से रेल यात्रियों की सुविधाओं के विस्तार को लेकर आवाज उठायी गई. लेकिन न केंद्र सरकार ने और न ही रेलवे प्रशासन ने हमारी मांगों पर गंभीरता से विचार किया. अगर यही रवैया रेल समस्याओं के प्रति रहा तो पाकुड़ और साहिबगंज जिले से कोयला और पत्थर की दुलाई ठप की जाएगी.
सांसद ने कहा कि सिर्फ दो ट्रेनों के ठहराव देकर रेलवे खैरात देने की मानसिकता को बदले. सांसद ने कहा कि पाकुड़, साहिबगंज रेलवे को भारी राजस्व देता है. बावजूद रेल मंत्रालय और रेलवे प्रशासन इस क्षेत्र के रेल यात्रियों की सुविधाओं और उनकी दिक्कतों को दूर करने में ध्यान नहीं दे रहा. सांसद ने कहा कि रेलवे के बड़े अधिकारियों को पाकुड़ साहेबगंज के रेलवे से जुडी समस्याओ यथा ट्रेनों का ठहराव, स्टेशनों सुविधाओं की बहाली आदि से सम्बंधित समस्याओं को भेजा गया है. इस माह के अंत तक इस समस्याओ की निदान की दिशा में कदम नहीं उठाया गया तो अगले माह कोयला और पत्थर की ढुलाई बंद की जाएगी.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बार-बार समन किए जाने के मामले को लेकर कहा कि झारखंड के अलग राज्य बनने के बाद सबसे ज्यादा भाजपा की सरकार रही. लेकिन उस उक्त के भ्रष्टाचार के मामले को लेकर केंद्रीय एजेंसिया कुछ नहीं कर रहीं सिर्फ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इसलिए परेशान किया जा रहा है. बीजेपी ने इस बात से घबराई हुई है कि कम समय में ही इन्होंने प्रदेश वासियों के दिलों में अच्छी जगह बना ली और इसी से घबराकर केंद्र सरकार ईडी का सहारा लेकर गठबंधन सरकार को परेशान करने का काम कर रही है.
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