पाकुड़: जिले में रेलकर्मियों और उनके परिजनों को स्वास्थ्य जांच के लिए अब पश्चिम बंगाल नहीं जाना पड़ेगा. क्योंकि रेलवे की मेडिकल टीम अब पाकुड़ ही नहीं बल्कि आसपास के स्टेशन पर पहुंचकर जांच के साथ इलाज करेगी. इसकी जानकारी हावड़ा डिवीजन के चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट सीएमएस डॉ देवाशीष गुहो ने दी है.
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क्या कहा मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ देवाशीष गुहो ने: पाकुड़ रेलवे स्टेशन परिसर में आयोजित मेडिकल कैंप का जायजा लेने पहुंचे चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ देवाशीष गुहो ने कहा कि हमारे रेलकर्मियों और उनके परिजनों को इलाज के लिए पश्चिम बंगाल जाना पड़ता था. इसी को देखते हुए वर्तमान में पाकुड़ रेलवे स्टेशन पर मेडिकल कैंप लगाया गया है. साथ ही जांच कर यह पता लगाया जा रहा है कि कर्मी किस बीमारी से ग्रसित हैं और इसका समय पर इलाज कराया जा सके.
उन्होंने आगे जानकारी देते हुए बताया कि जांच के दौरान जिस कर्मी में गंभीर बीमारी पाई जाएगी तो उसे अस्पताल में भी भर्ती कराया जाएगा. जिनकी साधारण बीमारी होगी उन्हें चिकित्सकीय सलाह और दवा देने का काम किया जाएगा. आने वाले दिनों में रेलवे का मेडिकल विभाग चलंत मेडिकल ट्रेन से पहुंचेगा और जिस तरह घर-घर मेडिकल टीम पहुंचकर इलाज करती है ठीक उसी तरह इलाज किया जाएगा.
मेंस यूनियन शाखा अध्यक्ष अखिलेश कुमार चौबे ने दी जानकारी: वहीं दूसरी तरफ रेलवे मेंस यूनियन के शाखा अध्यक्ष अखिलेश कुमार चौबे ने बताया कि रेलकर्मियों के इलाज के लिए तत्काल मेडिकल कैंप लगाने और स्थायी अस्पताल की व्यवस्था करने की मांग एसोसिएशन ने डिविजनल मैनेजर से की थी. जिसके बाद डीआरएम ने इसे गंभीरता से लिया और इसी को देखते हुए यहां तत्काल विशेष मेडिकल कैंप लगाने का आदेश दिया गया था.