पाकुड़: सात साल से बंद पड़े पाकुड़ के अमड़ापाड़ा प्रखंड के पचुवाड़ा सेंट्रल कोल ब्लॉक में ऑपरेशन शुरू किये जाने को लेकर प्रशासनिक गतिविधियां तेज हो गयी हैं. बंद पड़े इस कोयला खदान में कोयला उत्खनन और परिवहन का काम चालू किये जाने की तैयारी है. इसे लेकर पाकुड़ समाहरणालय के सभागार में बैठक की गई. जिसमें सांसद विजय हांसदा, डीसी वरुण रंजन ने विभागीय अधिकारियों के अलावे पुलिस अधीक्षक हृदीप पी जनार्दनन, पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड एवं डीबीएल कंपनी के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया.
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बैठक में सात साल से बंद पड़े पचुवाड़ा सेंट्रल कोल ब्लॉक को चालू कराने को लेकर आने वाली अड़चनों को दूर करने, रैयतों, विस्थापितों, ट्रांसपोर्टर और कर्मचारियों के साथ पहले चरण की बैठक हुई. उनके द्वारा रखी गयी मांगों को पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड एवं डीबीएल के प्रतिनिधियों ने सांसद और डीसी के समक्ष रखा. कोयला खदान में उत्खनन और परिवहन कैसे चालू किया जाय, इस पर विस्तार से चर्चा होने के बाद सांसद ने पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों को पुराने भुगतान के मामले की जांच कर उसका भुगतान करने और आरएनआर पॉलिसी का अनुपालन करने का निर्देश दिया.
सांसद ने कोल कंपनी के प्रतिनिधियों को कर्मचारियों, ट्रांसपोर्टरों और विस्थापितों को विश्वास में लेकर ही काम चालू करने का निर्देश दिया. वहीं डीसी ने सरकार के पूर्व निर्देशों एवं शर्तो को पूरा करने के बाद काम चालू करने, आवश्यक कागजात जमा करने का निर्देश दिया. डीसी ने सीएसआर एक्टिविटी को जिले में टेकअप करने का भी निर्देश दिया ताकि स्थानीय लोगों को इकोनॉमिक एक्टिविटी का लाभ मिल सके. पचुवाड़ा सेंट्रल कोल ब्लॉक के चालू होने से न केवल सरकार को भारी-भरकम राजस्व मिलेगा. बल्कि जिले में आर्थिक गतिविधियां भी तेज होंगी. पचुवाड़ा सेंट्रल कोल ब्लॉक पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड को आवंटित है और खुदाई व ढुलाई का काम डीबीएल कंपनी को मिला है.