पलामू: चर्चित बकोरिया मुठभेड़ के मामले में सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट देते हुए मुठभेड़ को सही करार दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई ने अपनी जांच रिपोर्ट में कहा है कि माओवादी आरके उर्फ अनुराग समेत 12 की जान मुठभेड़ में ही गई थी. सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट दिए जाने के बाद परिजनों ने भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है. बकोरिया मुठभेड़ में मारे गए नीरज यादव के भाई संतोष यादव ने कहा है कि वे सीबीआई जांच से संतुष्ट नहीं है. पूरे मामले को लेकर वे सुप्रीम कोर्ट जाएंगे.
नीरज यादव मनिका थाना क्षेत्र के कुई का रहने वाला वाला था. संतोष यादव ने कहा कि यह मुठभेड़ पूरी तरह से फर्जी है. उन्होंने बताया कि मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट में मुठभेड़ को फर्जी बताया गया था. लेकिन सीबीआई अब इस मुठभेड़ को सही बता रही है. वे जांच से संतुष्ट नहीं है. और मामले को लेकर आगे का रुख अख्तियार करेंगे. संतोष यादव ने बताया कि बकोरिया घटना में मारे गए नीरज यादव किसानी का काम किया करते थे. घटना के बाद नीरज यादव की पत्नी ने दूसरी शादी कर ली थी बाद में उसकी भी मौत हो गई थी.
नीरज यादव गांव में छोटा दुकान चलाता था और किसानी करता था. वह कभी नक्सल में नहीं रहा है. संतोष यादव ने बताया कि नीरज यादव की आठ वर्ष की बेटी है. जिसका वह पालन पोषण कर रहा है. संतोष बताते हैं कि वह भी किसानों और छोटे-मोटे काम धंधा करता है. इधर पूरे मामले को लेकर हाई कोर्ट जाने वाले पारा शिक्षक उदय यादव के पिता जवाहर यादव के मोबाइल नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका मोबाइल नम्बर बिजी था.
ये है पूरा मामला: बकोरिया घटना में मनिकाके पारा शिक्षक उदय यादव भी मारा गया था. मुठभेड़ पर सवाल उठाते हुए उदय यादव के पिता जवाहर यादव ने पूरे मामले में जांच की मांग की थी. हाईकोर्ट का रुख अख्तियार किया था. जवाहर यादव की अपील पर ही हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच को निर्देश दिया था.