पाकुड़: जिला प्रशासन के लाख दावे के बाद भी लोगों को सही समय पर राशन नहीं मिल रहा है. कार्डधारियों को अनाज दिलाने के लिए डीसी कार्यालय जाना पड़ रहा है. मामला पाकुड़ सदर प्रखंड के मालपहाडी पंचायत से जुड़ा हुआ है. इस पंचायत की राशन डीलर चमेली स्वंय सहायता समूह से जुड़ी हुई है. पाइपपाड़ा, कदमा, विसनपुर, चांदपुर, मालपहाड़ी सहित दस गांव को इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है. इससे सैकड़ों कार्डधारियों को बीते चार माह से राशन नहीं मिल रहा है. ग्रामीणों के अनुसार बीते चार माह से उन्हें लौटा दिया जा रहा है. कहा जाता है कि अनाज आने पर राशन दिया जाएगा.
डीसी के आश्वासन के बाद घर लौटे ग्रामीणः ग्रामीणों ने बताया कि ई-पॉस मशीन में ठप्पा लगवाकर पर्ची थमा दिया जा रहा है. अनाज नहीं दिया जा रहा. सैकड़ों ग्रामीण सोमवार को मामले की शिकायत करने समाहरणालय पहुंच गए. डीसी से शिकायत की. डीसी वरुण रंजन ने ग्रामीणों को यह आश्वासन दिया कि मामले की जांच कराकर दोषी डीलर पर कार्रवाई की जाएगी. चार माह का बकाया अनाज वितरण कराया जाएगा. डीसी के आश्वासन के बाद ग्रामीण घर लौटे.
डीलरों की मनमानी की वजह प्रशासन के लोगः एफसीआई कंसल्टेटिव कमेटी सदस्य अनुग्रहित प्रसाद साह ने बताया कि डीलरों की मनमानी की मुख्य वजह शासन प्रशासन में बैठे लोग हैं. कहा कि वर्तमान सरकार की लापरवाही के कारण ऐसा हो रहा है. गरीब, मजदूर वर्ग के लोगों को हक से वंचित किया जा रहा है. डीलर, बिचौलिया, माफिया मौज कर रहे है. उन्होंने कहा कि अगर डीलर पर कार्रवाई नहीं हुई तो इसकी शिकायत केंद्र सरकार से की जाएगी.