पाकुड़: पांच सूत्री मांगों को लेकर बीते 47 दिनों से अनुबंध पर बहाल मनरेगा कर्मियों की चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल सोमवार को खत्म हो गयी. ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम की तरफ से दिए गये आश्वासन के बाद हड़ताली मनरेगा कर्मियों ने अपना आंदोलन स्थगित करने की घोषणा की और काम पर लौट गये.
मनरेगा कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अजीत टुडू ने बताया कि ग्रामीण विकास मंत्री के साथ 10 सितंबर को वार्ता हुई थी और एक माह के अंदर मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया गया. उन्होंने बताया कि मंत्री द्वारा दिये गये आश्वासन के बाद काम पर लौटने का निर्णय लिया गया. जिलाध्यक्ष ने बताया कि जिले के सभी प्रखंडों में अनुबंध पर बहाल मनरेगाकर्मी जो बीते 27 जुलाई से सेवा स्थायी करने, वेतनमान में बढ़ोत्तरी, 50 लाख का बीमा सहित पांच सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालिन हड़ताल पर थे, सोमवार को काम पर लौट गये. मनरेगा कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष ने बताया कि सभी प्रखंडों में बीडीओ के समक्ष अपना योगदान मनरेगा कर्मियों द्वारा दिया गया है. जिला मुख्यालय में डीडीसी अनमोल कुमार सिंह के समक्ष संघ के प्रतिनिधियों ने काम पर लौटने को लेकर एक लिखित आवेदन भी दिया.