पाकुड़: मणिपुर में हुई घटना के विरोध में नव गठित इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) घटक दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पाकुड़ जिला मुख्यालय के रविंद्र चौक के निकट एक दिवसीय धरना दिया. इसका नेतृत्व झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष श्याम यादव ने किया. धरना पर बैठे कांग्रेस, सीपीआईएम, टीएमसी, जदयू, राजद के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने मणिपुर राज्य सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपनी भड़ास निकाली.
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मणिपुर सरकार को बर्खास्त करने की मांगः इस दौरान I.N.D.I.A घटक दलों के कार्यकर्ताओं ने जातीय हिंसा की रोकने में विफल मणिपुर सरकार को बर्खास्त करने और वहां राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की. साथ ही हिंसा में शामिल लोगों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग की. धरना के बाद इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस में शामिल नेताओं ने राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा.
आदिवासियोंं पर अत्याचार नहीं करेंगे बर्दाश्तः इस मौके पर झामुमो जिलाध्यक्ष श्याम यादव ने कहा कि मणिपुर में महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों सहित अन्य लोगों पर अत्याचार हो रहा है और मणिपुर की राज्य सरकार और केंद्र सरकार मौन है. हम सभी विपक्षी दल धरना प्रदर्शन के माध्यम से भाजपा नीत मोदी सरकार को जगाने का काम कर रहे हैं. झामुमो जिलाध्यक्ष ने कहा कि मणिपुर और केंद्र सरकार जानबूझकर वहां के आदिवासियों पर अत्याचार करवा रही है, जिसे हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि आदिवासियों पर इसलिए अत्याचार किया जा रहा है कि वे पहाड़ छोड़कर भाग जाएं और वहां की खनिज-संपदा को आसानी से निकाला जा सके.