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600 स्कूली बच्चों के बीच कोयला उत्खनन करने वाली कंपनी ने बांटा सोलर लैंप, कहा- पढ़ने में होगी सहूलियत - jharkhand latest news

पाकुड़ जिले की कोयला उत्खनन करने वाली कंपनी ने 600 स्कूली बच्चों के बीच सोलर लैंप का वितरण किया. यहां सांसद विजय हांसदा ने कहा कि इससे बच्चों को लाइट कटने के बाद पढ़ाई करने में आसानी होगी.

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 1, 2023, 1:14 PM IST

देखें पूरी खबर

पाकुड़: जिले के अमड़ापाड़ा प्रखंड के पंचुवाड़ा नाॉर्थ ब्लॉक में कोयला उत्खनन करने वाली कंपनी बीजीआर माइनिंग इंफ्रा लिमिटेड ने 600 स्कूली बच्चों के बीच सोलर लैंप का वितरण किया. कंपनी ने सीएसआर पॉलिसी के तहत उत्खनन क्षेत्र के प्रभावित आदिम जनजाति पहाड़िया परिवार के बच्चों को ये उपहार पेश किया है.

इसे भी पढ़ें: पूरे राज्य में अगस्त महीने का लोगों को नहीं मिला चावल, सुनिए क्या कहते हैं खाद्य आपूर्ति मंत्री

गुरुवार को हुए इस कार्यक्रम का आयोजन आलूबेड़ा उच्च विधालय के मैदान में हुआ था. जिसमें सासंद विजय हांसदा, डीसी मृत्युंजय कुमार बरनवाल, बीजीआर के वाइस प्रेसिडेंट अनिल रेड्डी शामिल थे. बीजीआर कंपनी के द्वारा अमड़ापाड़ा प्रखंड के डूमरचीर पहाड़िया विद्यालय, कुंजबोना आवासीय विद्यालय और पाडेरकोला मध्य विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को सोलर लैंप मिलने से अब उन्हें पठन-पाठन में सहूलियत होगी.

कोयला उत्खनन करने वाली कंपनी ने जिन गांवों के बच्चों को मुफ्त सोलर लैंप दिया है उन्हें रोज अनियमित बिजली की आपूर्ति के कारण पढ़ने लिखने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था. सोलर लैंप मिलने के बाद पहाड़िया स्कूल के बच्चों के चेहरे पर खुशी झलक रही थी.

इस दौरान सांसद विजय हांसदा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह एक निरंतर प्रतिक्रिया है कि कोल कंपनी यहां चल रही है. जो भी प्रभावित क्षेत्र हैं उनमें कार्य होना है. उसी में पहल करते हुए जो सोलर लैंप दिए गए हैं, उससे बच्चों को पढ़ने के साथ और भी चीजों में काफी आसानी मिलेगी. क्योंकि ये जंगल वाला इलाका है, रात में अगर किसी को निकलना होगा तो इसके जरिए उसे आसानी मिलेगी.

वहीं दूसरी तरफ डीसी मृत्युंजय कुमार बरनवाल ने कहा कि विस्थापित परिवारों को मिलने वाली सुविधाओं को प्राथमिकता के आधार बहाल किया जाएगा. जिसे प्रशासन के जरिए लोगों तक पहुंचाया जाएगा. इस प्रखंड पर प्रशासन की विशेष नजर है.

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पाकुड़: जिले के अमड़ापाड़ा प्रखंड के पंचुवाड़ा नाॉर्थ ब्लॉक में कोयला उत्खनन करने वाली कंपनी बीजीआर माइनिंग इंफ्रा लिमिटेड ने 600 स्कूली बच्चों के बीच सोलर लैंप का वितरण किया. कंपनी ने सीएसआर पॉलिसी के तहत उत्खनन क्षेत्र के प्रभावित आदिम जनजाति पहाड़िया परिवार के बच्चों को ये उपहार पेश किया है.

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गुरुवार को हुए इस कार्यक्रम का आयोजन आलूबेड़ा उच्च विधालय के मैदान में हुआ था. जिसमें सासंद विजय हांसदा, डीसी मृत्युंजय कुमार बरनवाल, बीजीआर के वाइस प्रेसिडेंट अनिल रेड्डी शामिल थे. बीजीआर कंपनी के द्वारा अमड़ापाड़ा प्रखंड के डूमरचीर पहाड़िया विद्यालय, कुंजबोना आवासीय विद्यालय और पाडेरकोला मध्य विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को सोलर लैंप मिलने से अब उन्हें पठन-पाठन में सहूलियत होगी.

कोयला उत्खनन करने वाली कंपनी ने जिन गांवों के बच्चों को मुफ्त सोलर लैंप दिया है उन्हें रोज अनियमित बिजली की आपूर्ति के कारण पढ़ने लिखने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था. सोलर लैंप मिलने के बाद पहाड़िया स्कूल के बच्चों के चेहरे पर खुशी झलक रही थी.

इस दौरान सांसद विजय हांसदा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह एक निरंतर प्रतिक्रिया है कि कोल कंपनी यहां चल रही है. जो भी प्रभावित क्षेत्र हैं उनमें कार्य होना है. उसी में पहल करते हुए जो सोलर लैंप दिए गए हैं, उससे बच्चों को पढ़ने के साथ और भी चीजों में काफी आसानी मिलेगी. क्योंकि ये जंगल वाला इलाका है, रात में अगर किसी को निकलना होगा तो इसके जरिए उसे आसानी मिलेगी.

वहीं दूसरी तरफ डीसी मृत्युंजय कुमार बरनवाल ने कहा कि विस्थापित परिवारों को मिलने वाली सुविधाओं को प्राथमिकता के आधार बहाल किया जाएगा. जिसे प्रशासन के जरिए लोगों तक पहुंचाया जाएगा. इस प्रखंड पर प्रशासन की विशेष नजर है.

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