पाकुड़: गांधी जंयती के मौके पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष मौन धरना दिया. युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बापू की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद सदर प्रखंड के गगनपहाड़ी के शिक्षक सुकुमार सिंह को बेवजह निलंबित करने के खिलाफ और सनातन धर्म के विरुद्ध आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर मौन धरना दिया.
शिक्षक को निलंबन मुक्त करने की मांगः धरना का नेतृत्व कर रहे भाजयुमो के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रसन्ना मिश्रा ने कहा कि प्रशासन ने भारत माता की तस्वीर के नाम पर गगनपहाड़ी के शिक्षक को निलंबित कर दिया, जबकि दुर्गा पूजा के मौके पर हिंसक कार्रवाई की धमकी देने से वाले युवक पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. जबकि युवक का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. भाजयुमो नेता ने मांग की कि भारत माता की तस्वीर विद्यालय में लगाने वाले शिक्षक सुकुमार सिंह को बेवजह निलंबित करने वाले अधिकारी पर शासन-प्रशासन कार्रवाई करे, जल्द शिक्षक को आरोपों से मुक्त किया जाए, दुर्गा पूजा नहीं करने देने और पूजा करने पर लोगों को मारने की धमकी देने वाले युवक की पहचान कर जल्द कार्रवाई हो, वरना भाजयुमो आगे जबरदस्त आंदोलन करेगा.
अशांति फैलाने वालों पर कार्रवाई करे प्रशासनः भाजयुमो नेता प्रसन्ना मिश्रा ने कहा कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के लोग और पश्चिम बंगाल के राजनीतिक से प्रेरित लोग पाकुड़ में अशांति फैलाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यहां के लोगों को जाति के नाम पर लड़ाने की साजिश रची जा रही है और यहां की पुलिस देश विरोधी गतिविधि में शामिल लोगों पर कार्रवाई नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि बाहरी लोग विद्यालय में आकर उत्पात मचाते हैं और तिरंगा फहराने नहीं देते. ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं कर शिक्षक को निलंबित कर दिया जाता है. उन्होंने कहा कि देश विरोधी गतिविधियों में शामिल दोषियों को चिन्हित कर कार्रवाई किया जाए, वरना आंदोलन किया जाएगा.
विहिप और बजरंग दल ने निकाली शौर्य जागरण यात्राः वहीं इस मामले में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की ओर से निकाली गई शौर्य जागरण यात्रा में शामिल साध्वी लाडली शरण ने भी विरोध करते हुए कहा कि भारत माता की तस्वीर तिरंगे में दिखी है तो इसमें क्या दिक्कत है. साध्वी ने कहा कि तिरंगे में तो कांग्रेस पार्टी का पंजा भी दिखता है. इससे वैसे लोगों को कोई दिक्कत क्यों नहीं होती है. साध्वी ने कहा कि हम शिक्षक पर हुई इस कार्रवाई का पुरजोर विरोध करते हैं.
जानिए क्या है पूरा मामलाः बता दें कि स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पूर्व यानी 14 अगस्त 2023 को सदर प्रखंड के गगनपहाड़ी गांव स्थित सरकारी स्कूल को सजाने का काम विद्यालय के शिक्षकों द्वारा किया जा रहा था. इस दौरान बच्चों के बीच कागज का तिरंगा वितरण किया गया था. तिरंगे में भारत माता की तस्वीर बनी थी. इसी दौरान स्कूल का एक बच्चा तिरंगा को लेकर गांव पहुंच गया. तिरंगा में भारत माता की तस्वीर देखकर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और एकजुट होकर विद्यालय पहुंच गए. ग्रामीणों ने तिरंगे में भारत माता की तस्वीर का विरोध किया. इस पर स्कूल के शिक्षक सुकुमार सिंह ने ग्रामीणों से माफी मांगी लेकिन ग्रामीण शांत नहीं हुए. ग्रामीण शिक्षक पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे और स्कूल में झंडोत्तोलन रोक दिया. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों को शांत कराया. वहीं घटना को लेकर डीसी ने जांच का निर्देश दे दिया. शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जांच करने के बाद शिक्षक सुकुमार सिंह पर यह आरोप लगाते हुए निलंबित कर दिया कि शिक्षक ने माहौल बिगाड़ने का काम किया है.