पाकुड़: जिले में पहली बार वन विभाग औषधीय पौधा लगाएगी. इसके लिए वन विभाग ने जगह चयन कर अपनी तैयारी पूरी कर ली है. औषधीय पौधे को मानसून आते ही रोपण किया जाएगा.
80 हेक्टेयर वन भूमि का चयन
वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, जिले के गोबिंदपुर, पंचानंदपुर, घाटचोरा, राधावल्लभपूर्व, शिवतल्ला गांव का चयन वन विभाग ने किया है, जहां औषधीय पौधा लगाया जाना है. इन गांवों में कुल 80 हेक्टेयर वन भूमि का चयन किया गया है. जिसमें पहले चरण में 20 हजार पौधे लगाए जाएंगे और उसके बाद 1 लाख 114 हजार पौधों का रोपण किया जाएगा. वन विभाग के मुताबिक औषधीय पौधे में आंवला, गुलमोहर, अमलताछ, इमली, कचनार, बेल, पितंजी, वकैन, जामुन, नीम, महुआ आदि शामिल हैं.
औषधीय पौधा लगाने का निर्णय
रेंजर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि जिले में औषधीय पेड़ काफी कम हैं और इसी को देखते हुए जिले में पहली बार वन विभाग 80 हेक्टेयर भूमि में 1 लाख 34 हजार औषधीय पौधा लगाने का निर्णय लिया गया है.
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मरीजों के लिए काफी लाभकारी
उन्होंने बताया कि औषधीय पेड़ लगने से पर्यावरण तो शुद्ध रहेगा ही, साथ ही साथ मरीजों के लिए काफी लाभकारी होगा. रेंजर ने बताया कि इन पौधों से बवासीर, जॉन्डिस सहित कई बीमारियों का इलाज हो सकता है.