ETV Bharat / state

80 हेक्टेयर भूमि पर वन विभाग लगाएगी 1 लाख 34 हजार औषधीय पौधा, तैयारी पूरी - इलाज

वन विभाग पाकुड़ 80 हेक्टेयर वन भूमि पर 1 लाख 34 हजार औषधीय पौधा लगाएगी. पहले चरण में 20 हजार पौधे लगाए जाएंगे और उसके बाद 1 लाख 114 हजार पौधों का रोपण किया जाएगा.

तैयार पौधे
author img

By

Published : Jun 13, 2019, 10:18 AM IST

Updated : Jun 18, 2019, 10:58 AM IST

पाकुड़: जिले में पहली बार वन विभाग औषधीय पौधा लगाएगी. इसके लिए वन विभाग ने जगह चयन कर अपनी तैयारी पूरी कर ली है. औषधीय पौधे को मानसून आते ही रोपण किया जाएगा.

देखें वीडियो

80 हेक्टेयर वन भूमि का चयन
वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, जिले के गोबिंदपुर, पंचानंदपुर, घाटचोरा, राधावल्लभपूर्व, शिवतल्ला गांव का चयन वन विभाग ने किया है, जहां औषधीय पौधा लगाया जाना है. इन गांवों में कुल 80 हेक्टेयर वन भूमि का चयन किया गया है. जिसमें पहले चरण में 20 हजार पौधे लगाए जाएंगे और उसके बाद 1 लाख 114 हजार पौधों का रोपण किया जाएगा. वन विभाग के मुताबिक औषधीय पौधे में आंवला, गुलमोहर, अमलताछ, इमली, कचनार, बेल, पितंजी, वकैन, जामुन, नीम, महुआ आदि शामिल हैं.

औषधीय पौधा लगाने का निर्णय
रेंजर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि जिले में औषधीय पेड़ काफी कम हैं और इसी को देखते हुए जिले में पहली बार वन विभाग 80 हेक्टेयर भूमि में 1 लाख 34 हजार औषधीय पौधा लगाने का निर्णय लिया गया है.

ये भी पढ़ें- डंपर और टैंकर में टक्कर, चालक की मौत, खलासी गंभीर

मरीजों के लिए काफी लाभकारी
उन्होंने बताया कि औषधीय पेड़ लगने से पर्यावरण तो शुद्ध रहेगा ही, साथ ही साथ मरीजों के लिए काफी लाभकारी होगा. रेंजर ने बताया कि इन पौधों से बवासीर, जॉन्डिस सहित कई बीमारियों का इलाज हो सकता है.

पाकुड़: जिले में पहली बार वन विभाग औषधीय पौधा लगाएगी. इसके लिए वन विभाग ने जगह चयन कर अपनी तैयारी पूरी कर ली है. औषधीय पौधे को मानसून आते ही रोपण किया जाएगा.

देखें वीडियो

80 हेक्टेयर वन भूमि का चयन
वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, जिले के गोबिंदपुर, पंचानंदपुर, घाटचोरा, राधावल्लभपूर्व, शिवतल्ला गांव का चयन वन विभाग ने किया है, जहां औषधीय पौधा लगाया जाना है. इन गांवों में कुल 80 हेक्टेयर वन भूमि का चयन किया गया है. जिसमें पहले चरण में 20 हजार पौधे लगाए जाएंगे और उसके बाद 1 लाख 114 हजार पौधों का रोपण किया जाएगा. वन विभाग के मुताबिक औषधीय पौधे में आंवला, गुलमोहर, अमलताछ, इमली, कचनार, बेल, पितंजी, वकैन, जामुन, नीम, महुआ आदि शामिल हैं.

औषधीय पौधा लगाने का निर्णय
रेंजर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि जिले में औषधीय पेड़ काफी कम हैं और इसी को देखते हुए जिले में पहली बार वन विभाग 80 हेक्टेयर भूमि में 1 लाख 34 हजार औषधीय पौधा लगाने का निर्णय लिया गया है.

ये भी पढ़ें- डंपर और टैंकर में टक्कर, चालक की मौत, खलासी गंभीर

मरीजों के लिए काफी लाभकारी
उन्होंने बताया कि औषधीय पेड़ लगने से पर्यावरण तो शुद्ध रहेगा ही, साथ ही साथ मरीजों के लिए काफी लाभकारी होगा. रेंजर ने बताया कि इन पौधों से बवासीर, जॉन्डिस सहित कई बीमारियों का इलाज हो सकता है.

Intro:बाइट : अनिल कुमार सिंह, रेंजर पाकुड़
पाकुड़ : जिले में पहली बार वन विभाग औषधीय पौधा लगाएगी। इसके लिए वन विभाग स्थल चयन कर अपनी तैयारी पूरी कर ली है। औषधीय पौधे को मानसून आते ही रोपण किया जाएगा।


Body:वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले के गोबिंदपुर, पंचानंदपुर, घाटचोरा, राधावल्लभपूर्व, शिवतल्ला गांव का चयन वन विभाग ने किया है जहां औषधीय पौधा लगाया जाना है। इन गांवों में कुल 80 हेक्टेयर वन भूमि का चयन किया गया। जिसमे पहले चरण में 20 हजार पौधा लगाया जाना है और उसके बाद 1 लाख 114 हजार पौधे का रोपण किया जाएगा। वन विभाग के मुताबिक औषधीय पौधे में आंवला, गुलमोहर, अमलताछ, इमली, कचनार, बेल, पितंजी, वकैन, जामुन, नीम, महुआ आदि शामिल है।


Conclusion:रेंजर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि जिले में औषधीय पेड़ काफी कम है और इसी को देखते हुए जिले में पहली बार वन विभाग 80 हेक्टेयर भूमि में 1 लाख 34 हजार औषधीय पौधा लगाने का निर्णय लिया गया है। उन्होनो बताया कि औषधीय पेड़ लगने से पर्यावरण तो शुद्ध रहेगा ही साथ ही साथ मरीजो के लिए काफी लाभकारी होगा। उन्होनो बताया कि इन पौधों से बबासीर, जॉन्डिस सहित कई बीमारियों का इलाज हो सकता है।
Last Updated : Jun 18, 2019, 10:58 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.