लोहरदगा: सेन्हा थाना अंतर्गत बूटी झखरा और गुमला जिले के अलग-अलग क्षेत्रों के 40 मजदूर आंध्र प्रदेश के नीलूर जिला अंतर्गत नायडूपेटा गांव में फंसे हुए हैं. ये लोग रोजगार की तलाश में दिसंबर 2019 में आंध्र प्रदेश गए थे. इन मजदूरों को वापस आने का कोई रास्ता दिखाई नहीं दे रहा है.
मजदूर परेशान हैं. उनका कहना है कि 18 मई को पैदल ही आंध्र प्रदेश से लोहरदगा और गुमला जिले के लिए रवाना हो जाएंगे. ये मजदूर सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी पीड़ा बता रहे हैं. बनाए हुए वीडियो में उन्होंने अपनी समस्याओं को बताया है. मजदूर कह रहे हैं कि उन्होंने झारखंड सरकार के प्रवासी मजदूर वेबसाइट में भी अपना रजिस्ट्रेशन कराया था. इसके अलावे कई अन्य माध्यमों से अपना निबंधन कराते हुए वापस अपने गांव पहुंचाने की फरियाद लगाई थी.
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लोहरदगा के 13 मजदूर और शेष गुमला जिले के मजदूर शामिल हैं. इस बात को 15 दिन से ज्यादा समय गुजर चुका है. अब तो खाने के लिए भी कुछ नहीं बचा. ऐसे में उनके पास पैदल अपने गांव लौटने के अलावा कोई और चारा नहीं है. यदि सरकार और प्रशासन कुछ नहीं करती है तो वह 18 मई को पैदल ही अपने गांव के लिए रवाना हो जाएंगे. वे सभी लोगों से वापस लौटने को लेकर मदद की फरियाद लगा रहे हैं.