लोहरदगा: जिले के किस्को प्रखंड स्थित कोचा मध्य विद्यालय के शिक्षक कबीरउद्दीन अंसारी के पढ़ाने का अंदाज ही अलग है. वे सरल भाषा में गाते हुए बच्चों को शिक्षा देते हैं. स्थानीय भाषा में बच्चों को पढ़ाने का उनका यह तरीका सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. लोग इसे खूब पसंद भी कर रहे हैं.
पहाड़ी और ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा
स्थानीय भाषा में बच्चों को स्वच्छता से संबंधित शिक्षा देने की बात हो या फिर सामाजिक सौहार्द को लेकर प्रेरित करने का तरीका, हर एक विषय पर शिक्षक कबीरउद्दीन अंसारी बच्चों को इतने बेहतर तरीके से समझाते हैं कि बच्चे आसानी से उनकी बातों को समझ पाते हैं. विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक होने के नाते इस पहाड़ी और ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा का अलख जगाना एक बड़ी चुनौती थी. इस क्षेत्र के बच्चे ना तो स्कूल आने के लिए तैयार होते थे और ना ही अभिभावक स्कूल भेजने के लिए.
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पढ़ाने का तरीका सोशल मीडिया पर वायरल
शिक्षा से बच्चों को जोड़ने के लिए शिक्षक कबीरउद्दीन अंसारी ने बच्चों को रोचक ढंग से पढ़ाने का संकल्प लिया. उन्हें स्थानीय भाषा में शिक्षा के प्रति प्रेरित किया. कभी गाना गाकर तो कभी समझा कर बच्चों को पढ़ाने की कोशिश की. परिणाम यह है कि आज बच्चे उनकी कक्षा में रहना पसंद करते हैं. उनकी पढ़ाने का तरीका सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. लोग इसे खूब पसंद भी कर रहे हैं.