लोहरदगा: शहर के गुदरी बाजार में एक तालाब है, जिसका नाम ठकुराइन तालाब है. इस तालाब का संबंध वीर कुंवर सिंह के साथ जुड़ा हुआ है. हालांकि, इस तालाब को अब तक पहचान नहीं मिल पाई है और नहीं धरोहर के रूप में विकसित किया गया है. लोग जानना चाहते हैं कि आखिर इस तालाब का संबंध वीर कुंवर सिंह से कैसे है? हम आपको इस रिपोर्ट के जरिए बताएंगे.
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भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के वीर सिपाही वीर कुंवर सिंह का दक्षिण छोटानागपुर के लोहरदगा जिले से गहरा रिश्ता रहा है. वीर कुंवर सिंह की बहन रूपन कुंवर का विवाह किस्को प्रखंड के हेंसापीढ़ी गांव के रहने वाले जगन्नाथ शाहदेव के साथ हुआ था. इससे वीर कुंवर सिंह का हमेशा आना-जाना लगा रहता था. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में जगन्नाथ शाहदेव का भी अहम योगदान था. 1858 में केकरांग घाटी में जगन्नाथ भी अंग्रेजों के खिलाफ लड़ते हुए शहीद हुए थे. जगन्नाथ शाहदेव के शहीद होने के बाद रूपन कुंवर सती हो गई थी.
तालाब के किनारे स्थित है सती मंदिर
सती मंदिर आज भी ठकुराइन तालाब के किनारे स्थित है. कहा जाता है कि रूपन कुंवर इसी तालाब के पानी से ठाकुरबाड़ी में पूजा करती थी. इस तालाब का संबंध जगन्नाथ शाहदेव और रुपन कुंवर की वजह से वीर कुंवर सिंह से भी था.
ऐतिहासिक तालब है बदहाल
शहर के बीचोबीच स्थित ऐतिहासिक ठकुराइन तालाब आज बदहाल स्थिति में है. तालाब में जलकुंभी भरा है और पानी उपयोग लायक नहीं है. नगर परिषद तालाब की सौंदर्यीकरण की योजना बनाती है, जो फाइलों में दबी है. नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी देवेंद्र कुमार ने बताया कि साफ-सफाई की योजना बनाई गई है. इसके साथ ही तालाब के चारों ओर से अतिक्रमण हटाने को लेकर लोगों को नोटिस दिया गया है. उन्होंने कहा कि शीघ्र तालाब के सौंदर्यीकरण पर काम शुरू किया जाएगा.