लोहरदगा: जिले में ऐतिहासिक रथयात्रा को लेकर रविवार को भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा का नेत्रदान अनुष्ठान का आयोजन किया गया. इसको लेकर शहर के ठाकुरबाड़ी मंदिर के साथ-साथ भंडरा प्रखंड के ठाकुरबाड़ी मंदिर सहित सभी ठाकुरबाड़ी मंदिरों में भव्य पूजा-अनुष्ठान का आयोजन किया गया. 14 दिनों के अज्ञातवास के बाद भगवान जगन्नाथ के दर्शन हुए. हालांकि, कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के तहत आम श्रद्धालुओं को अनुष्ठान में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई, लेकिन पूजा-अनुष्ठान आयोजन समिति और मंदिर समिति के सदस्य अनुष्ठान में शामिल हुए.
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रथयात्रा को लेकर कल होगी विशेष पूजा-अर्चना
जिले के अलग-अलग स्थानों पर वर्ष 1754 से रथयात्रा का आयोजन किया जा रहा है. वहीं, भंडरा प्रखंड में रथयात्रा का इतिहास 200 साल पुराना है. लेकिन, इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण रथयात्रा का आयोजन नहीं किया जा रहा है. सिर्फ सांकेतिक रथयात्रा का आयोजन किया जाएगा.
विशेष पूजा-अनुष्ठान का आयोजन
राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में अनुमंडल पदाधिकारी ने आदेश जारी किया है. इससे सोमवार को सांकेतिक रूप से रथयात्रा का आयोजन किया जाएगा. इसके साथ ही विशेष पूजा-अनुष्ठान का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें श्रद्धालुओं को शामिल होने की अनुमति नहीं हैं. विशेष पूजा में आयोजन समिति के सदस्य ही शामिल होंगे. श्रद्धालु अपने-अपने घरों में ही पूजा-अर्चना करेंगे.
रथयात्रा में शामिल नहीं होंगे श्रद्धालु
रथयात्रा को लेकर रविवार को नेत्रदान अनुष्ठान का आयोजन किया गया. ठाकुरबाड़ी मंदिर में पुरोहितों की ओर से पूजा-अनुष्ठान संपन्न कराया गया. भगवान जगन्नाथ की पूजा को लेकर श्रद्धालु काफी उत्साहित हैं, लेकिन पूजा में शामिल होने की अनुमति नहीं है. सोमवार को आयोजित होने वाले रथयात्रा में भी श्रद्धालु शामिल नहीं होंगे.