लोहरदगा: जिले में विगत 23 जनवरी को तिरंगा यात्रा के दौरान हुई हिंसक घटना के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया था. इस हिंसक घटना में करोड़ों की संपत्ति बर्बाद हो गई. आगजनी, तोड़फोड़, मारपीट, लूट की घटनाओं की वजह से लोहरदगा बिल्कुल अशांत हो गया. इस घटना में कई लोग गंभीर रूप से चोटिल हुए हैं.
घटना को लेकर लोहरदगा के शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक में भय का माहौल बन गया. ऐसे में पुलिस प्रशासन के लिए स्थिति को संभालना काफी चुनौतीपूर्ण हो गया था. लोहरदगा में अब जनजीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है. हालांकि अब भी स्थिति भयावह बनी हुई है.
लोहरदगा की घटना को लेकर पुलिस प्रशासन की कार्रवाई तेज हो चुकी है. पुलिस प्रशासन की ओर से पूरे घटनाक्रम की जांच को लेकर एसआईटी का गठन किया गया है. जिसमें डीएसपी स्तर के अधिकारी शामिल है. एसआईटी ने अपनी जांच की प्रक्रिया को भी प्रारंभ कर दिया है. रांची जोन के आईजी नवीन कुमार सिंह ने बताया कि एसआईटी में शामिल अधिकारियों ने जांच को प्रारंभ कर दिया है. पुलिस प्रशासन का प्रयास है कि इस घटना में शामिल कोई भी दोषी बख्शा न जाए. इसके साथ ही किसी बेगुनाह को फंसाया भी ना जाएगा. इसके लिए हम पर्याप्त साक्ष्यों और पूरी जांच के बाद ही कार्रवाई कर रहे हैं.
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उन्होंने बताय कि अब तक प्राप्त वीडियो और सूचनाओं के आधार पर कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. जिन लोगों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य हैं, उनकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी भी की जा रही है. डीआईजी ने कहा है कि अफवाह फैलाने वालों पर खासतौर पर नजर रखी जा रही है. ऐसे सभी लोगों को चिन्हित किया गया है, जो इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं.
वहीं, पुलिस पूरी ईमानदारी के साथ काम कर रही है. लोहरदगा में शांति व्यवस्था कायम करने में आप लोगों का सहयोग जरूरी है. यदि घटना को लेकर पुलिस किसी को हिरासत में लेती है, तो उससे संबंधित साक्ष्य दिखाकर पुलिस को संतुष्ट किया जा सकता है. इसके बाद हिरासत में लिए गए व्यक्ति को छोड़ दिया जाएगा. नवीन कुमार सिंह ने लोगों से शांतिपूर्ण माहौल स्थापित करने में सहयोग करने का अनुरोध किया है.