जमशेदपुर, लोहरदगा: पश्चिम बंगाल में चुनावी नतीजों के बाद हिंसा पर झारखंड में सियासत शुरू हो गई है. हिंसा के विरोध में अपने आवासीय कार्यालय में धरने पर बैठे बीजेपी नेता कुणाल षाडंगी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने हिंसा की निंदा की और इन घटनाओं को लोकतंत्र का काला अध्याय बताया.
प. बंगाल में हिंसा पर क्या बोले कुणाल षाडंगी?
बीजेपी नेता कुणाल षाडंगी ने हिंसा की निंदा करते हुए इसे भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय बताया है. इसके साथ ही उन्होंने मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए दुख जताया. कुणाल षाडंगी ने पीएम और राष्ट्रपति से पूरी घटना को गंभीरता से लेते हुए संविधान के अनुसार कार्रवाई करने की मांग की. कुणाल षाडंगी ने ममता बनर्जी पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया है. साथ ही प. बंगाल की मुख्यमंत्री से कोविड-19 की लड़ाई में केंद्र के सहयोग की अपील की है.
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बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष ने की हिंसा की निंदा
प. बंगाल में हिंसा को लेकर जमशेदपुर महानगर बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार ने भी कड़ी निंदा की है. उन्होंने भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया है और प. बंगाल में हिंसा का दोषी ठहराया. दिनेश कुमार ने आरोप लगाया कि सीएम के निर्देश पर ही टीएमसी कार्यकर्ताओं ने प. बंगाल को हिंसा की आग में झोंक दिया है. इसके साथ ही उन्होंने राज्य में केंद्रीय सुरक्षा बलों की प्रतिनियुक्ति और राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है.
लोहरदगा में भी हिंसा का विरोध
जमशेदपुर के साथ लोहरदगा में भी प. बंगाल हिंसा के खिलाफ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया है. बीजेपी कार्यालय में तख्ती लेकर बैठे कार्यकर्ताओं ने पूरी घटना पर कांग्रेस की चुप्पी पर भी निशान साधा है,.प्रदर्शन के दौरान बीजेपी जिला अध्यक्ष मनीर उरांव ने प. बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग की है.