लोहरदगा जिले में नक्सलियों की तरफ से लगाए गए आईडी ब्लास्ट में शहीद हुए स्मॉल एक्शन टीम के जवान दुलेश्वर प्रसाद को रांची के जैप वन ग्राउंड श्रद्धांजलि दी गई. इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन डीजीपी नीरज सिन्हा सहित पुलिस के कई आला अधिकारियों ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी है.
लोहरदगा में IED ब्लास्ट में शहीद जवान को राजधानी में दी गई श्रद्धांजलि, CM और DGP रहें मौजूद
16:50 February 16
शहीद जवान को रांची में दी गई श्रद्धांजलि
11:33 February 16
लोहरदगाः जिले के सुदूरवर्ती सेरेंगदाग थाना क्षेत्र के चपाल-जुड़वानी के बीच जंगल में आईईडी विस्फोट में एक जवान शहीद हो गया. नक्सल विरोधी अभियान पर निकले जवानों को नक्सलियों ने जाल में फंसा लिया. पहली बार सीआरपीएफ 158 बटालियन, जिला पुलिस बल और सैट के जवान एक साथ नक्सल विरोधी अभियान पर निकले थे. उन्हें भनक भी नहीं थी कि नक्सलियों ने आईडी लगाकर रखा है.
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भाकपा माओवादी नक्सली संगठन की है करतूत
लोहरदगा जिले के सेरेंगदाग थाना क्षेत्र के जिस जंगल में यह घटना हुई है, वह इलाका भाकपा माओवादी नक्सली संगठन का गढ़ माना जाता है. लोहरदगा और गुमला जिले का सीमावर्ती क्षेत्र होने की वजह से यह क्षेत्र भाजपा माओवादी नक्सली संगठन के लिए सेफ इलाका है. नक्सलियों ने यहां पर पुलिस टीम को फांसने के लिए आईआईडी लगा कर रखा था. शहीद दुलेश्वर परास गुमला जिले के रहने वाले थे. वह सेरेंगदाग थाने में प्रतिनियुक्त थे.
इसे भी पढ़ें- चाईबासा: नक्सलियों की सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश नाकाम, दो सिलेंडर बम बरामद
जंगल के बीच पगडंडी में आईईडी बम
पुलिस को सूचना मिली थी कि इस क्षेत्र में भाकपा माओवादी नक्सली संगठन का दस्ता घूम रहा है. इसके बाद सीआरपीएफ 158 बटालियन, जिला पुलिस बल और सैट के जवानों ने नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया था. दुंदरु गांव को पार करते हुए जैसे ही सुरक्षाबलों की टीम जंगल में पहुंची. वैसे ही एक जवान का पैर आईईडी बम पर पड़ गया. जिससे विस्फोट हो गया और उसके दोनों पैर उड़ गए. आनन-फानन में मामले की सूचना पुलिस मुख्यालय को दी गई. इसके बाद पुलिस मुख्यालय की ओर से दुंदुरु के सुदूरवर्ती जंगल में स्कूल के समीप हेलीकॉप्टर बुलाया गया. जहां से जवान को रांची भेजा गया था. इसी दौरान जवान की मौत हो गई. नक्सलियों ने पुलिस टीम को फांसने के लिए जंगल के बीच पगडंडी में आईईडी बम लगाकर रखा था.
16:50 February 16
शहीद जवान को रांची में दी गई श्रद्धांजलि
लोहरदगा जिले में नक्सलियों की तरफ से लगाए गए आईडी ब्लास्ट में शहीद हुए स्मॉल एक्शन टीम के जवान दुलेश्वर प्रसाद को रांची के जैप वन ग्राउंड श्रद्धांजलि दी गई. इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन डीजीपी नीरज सिन्हा सहित पुलिस के कई आला अधिकारियों ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी है.
11:33 February 16
लोहरदगाः जिले के सुदूरवर्ती सेरेंगदाग थाना क्षेत्र के चपाल-जुड़वानी के बीच जंगल में आईईडी विस्फोट में एक जवान शहीद हो गया. नक्सल विरोधी अभियान पर निकले जवानों को नक्सलियों ने जाल में फंसा लिया. पहली बार सीआरपीएफ 158 बटालियन, जिला पुलिस बल और सैट के जवान एक साथ नक्सल विरोधी अभियान पर निकले थे. उन्हें भनक भी नहीं थी कि नक्सलियों ने आईडी लगाकर रखा है.
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भाकपा माओवादी नक्सली संगठन की है करतूत
लोहरदगा जिले के सेरेंगदाग थाना क्षेत्र के जिस जंगल में यह घटना हुई है, वह इलाका भाकपा माओवादी नक्सली संगठन का गढ़ माना जाता है. लोहरदगा और गुमला जिले का सीमावर्ती क्षेत्र होने की वजह से यह क्षेत्र भाजपा माओवादी नक्सली संगठन के लिए सेफ इलाका है. नक्सलियों ने यहां पर पुलिस टीम को फांसने के लिए आईआईडी लगा कर रखा था. शहीद दुलेश्वर परास गुमला जिले के रहने वाले थे. वह सेरेंगदाग थाने में प्रतिनियुक्त थे.
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जंगल के बीच पगडंडी में आईईडी बम
पुलिस को सूचना मिली थी कि इस क्षेत्र में भाकपा माओवादी नक्सली संगठन का दस्ता घूम रहा है. इसके बाद सीआरपीएफ 158 बटालियन, जिला पुलिस बल और सैट के जवानों ने नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया था. दुंदरु गांव को पार करते हुए जैसे ही सुरक्षाबलों की टीम जंगल में पहुंची. वैसे ही एक जवान का पैर आईईडी बम पर पड़ गया. जिससे विस्फोट हो गया और उसके दोनों पैर उड़ गए. आनन-फानन में मामले की सूचना पुलिस मुख्यालय को दी गई. इसके बाद पुलिस मुख्यालय की ओर से दुंदुरु के सुदूरवर्ती जंगल में स्कूल के समीप हेलीकॉप्टर बुलाया गया. जहां से जवान को रांची भेजा गया था. इसी दौरान जवान की मौत हो गई. नक्सलियों ने पुलिस टीम को फांसने के लिए जंगल के बीच पगडंडी में आईईडी बम लगाकर रखा था.