लोहरदगा/लातेहार: एनआई ने रविवार को झारखंड के लोहरदगा में नौ अलग-अलग स्थानों और लातेहार जिले में पांच स्थानों पर छापेमारी की थी, जिसमें एक शख्स की गिरफ्तारी हुई है. रविवार को छापेमारी अभियान के दौरान एनआई ने लोहरदगा से एक देसी पिस्टल के साथ छह जिंदा गोली, एक मैगजीन, वित्तीय लेन-देन संबंधी कागजात, संपत्ति से संबंधित कागजात और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए थे.
लोहरदगा के चकला इलाके से एक शख्स को एनआईए ने किया था गिरफ्तारः इस संबंध में एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि लोहरदगा के चकला इलाके से साजन कुमार उर्फ राजू कुमार नामक एक संदिग्ध को छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया था. वह मुंबई में एक ईंट भट्ठा पर मुंशी के रूप में काम करता था. उन्होंने बताया कि आरोपी साजन माओवादी रवींद्र गंझू के लेवी के पैसे को संग्रह करता था और अलग-अलग व्यापार में निवेश करता था. एनआई ने बताया कि राजू बहुत दिनों से पुलिस को चकमा दे रहा था और फरार था. वह जानता था कि नक्सली से पैसे के लेन-देन में पुलिस और एनआईए उसे ढूंढ रही है.
सुरक्षा बलों पर हमला करने का केस एनआईए ने जून 2022 में टेकओवर किया थाः उन्होंने बताया कि एनआईए ने सीपीआई (माओवादी) के सक्रिय कैडर द्वारा सुरक्षा बलों पर हमला करने के मामले का केस जून 2022 में टेकओवर किया था. उसके पूर्व 2022 फरवरी में स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ ने माओवादियों के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाया था. इसी दौरान सुरक्षाबलों पर बहाबर जंगल के रास्ते हरकट्टा टोली और बंगलापत में माओवादियों ने उनपर हमला कर दिया था. भुठभेड़ के बाद जब सुरक्षा बलों ने आसपास के इलाके में तलाशी ली तो बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक और अन्य सामान बरामद किया गया था. जिसके बाद मामले में झारखंड के पेशरार थाना में मामला दर्ज किया गया था.
नक्सली रवींद्र गंझू ने रची थी सुरक्षा बलों पर हमला करने की साजिशः एनआईए के अधिकारी ने बताया कि एनआईए द्वारा इस केस के टेकओवर करने से पहले पिछले साल 2022 में झारखंड पुलिस ने आईपीसी, शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और यूए (पी) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत नौ आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया था. उन्होंने बताया कि एनआईए ने जांच में पाया था कि क्षेत्रीय समिति के सदस्य रवींद्र गंझू ने भाकपा (माओवादी) के सक्रिय कार्यकर्ताओं के साथ एक साजिश रची थी और सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए बुलबुल के जंगल में इकट्ठा हुए थे.