लोहरदगा: जिले में जनजीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है. पिछले 8 दिनों से लगी कर्फ्यू के बाद अब स्थिति समान्य हो रही है. शुक्रवार से सरकारी कार्यालय भी अपने समय पर पूर्ण रूप से खुलेगा.
पुलिस प्रशासन के सहयोग से आम लोगों का जनजीवन पटरी पर लौटने लगा है. पुलिस प्रशासन लगातार समीक्षा बैठक के माध्यम से हालात को सामान्य बनाने में लगी हुई है. शुक्रवार से सरकारी कर्मचारी कार्यालय में पहुंचकर अपने काम का निपटारा कर पाएंगे. हालांकि आम लोगों को सरकारी कार्यालय में उसी समय जाने की अनुमति मिलेगी जब, कर्फ्यू में ढील होगी. इसके अलावा शुक्रवार से किसान धान की बिक्री भी धान क्रय केंद्र में कर पाएंगे. पिछले 8 दिन के दौरान लोग अपने जरूरी काम के लिए भी सरकारी कार्यालय नहीं जा पाए थे. ऐसे में पुलिस प्रशासन की अब तक की सबसे बड़ी राहत लोगों को दी की गई है.
कर्फ्यू में लगातार दी जा रही ढील
सभी बिंदुओं पर समीक्षा के बाद जिला प्रशासन ने निर्णय लिया है कि शुक्रवार से सभी सरकारी कार्यालय और धान क्रय केंद्र खोले जाएंगे. सरकारी कार्यालयों में कर्मचारी निर्धारित समय में कार्यालय में उपस्थित रहेंगे. आम लोग कर्फ्यू में ढील के समय सरकारी कार्यालय में जाकर अपने जरूरी काम करा सकते हैं. इसके अलावा सभी धान क्रय केंद्रों को भी शुक्रवार से खोला जाएगा. लोग कर्फ्यू में ढील के समय में यहां भी जाकर धान की बिक्री कर पाएंगे. जिले के सभी स्कूल कॉलेज को एक फरवरी से खोला जाएगा. इसके लिए सभी समुदाय के लोगों से बातचीत की गई है, साथ ही आगे भी बातचीत की प्रक्रिया चल रही है. उपरोक्त बातें रांची जोन के आईजी नवीन कुमार सिंह ने कही है.
दंगा के बाद अब तक 15 केस हुए हैं दर्ज
आईजी सदर थाना परिसर में प्रेस प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे. आईजी ने कहा कि दंडाधिकारी और पदाधिकारी लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर शांति समिति के गठन को लेकर प्रोत्साहित कर रहे हैं. कई क्षेत्रों में शांति मार्च भी निकाला गया है. जिसमें सबने लोहरदगा के सौहार्दपूर्ण वातावरण को बनाए रखने का संकल्प लिया है. उन्होंने हिंसा के मामले में अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी देते हुए कहा कि एसआईटी काफी बेहतर ढंग से काम कर रही है. हिंसा के मामले में अब तक कुल 15 कांड दर्ज किए गए हैं. जिसमें 26 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. जबकि 97 लोगों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए उनसे बंधपत्र भरवाया गया है. आईजी ने कहा कि हम शहर की गलियों में भी नजर रखने के लिए ड्रोन का व्यापक संख्या में इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने कहा की संपत्ति के हुए नुकसान की जानकारी देने के लिए लोग एसआईटी के पास आएं.
पुलिस प्रशासन दोषियों को करेगी चिन्हित
आईजी ने कहा कि किसी को कानून हाथ में लेने की आवश्यकता नहीं है. हम दोषियों को चिन्हित करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं. हम यह भरोसा दिलाते हैं कि ना सिर्फ दोषियों की गिरफ्तारी होगी, बल्कि हम उन्हें सजा दिलाने में भी कामयाब होंगे. सरस्वती पूजा के बाद प्रतिमा विसर्जन को लेकर कुछ स्थानों से अनुरोध किया गया है. मूर्ति विसर्जन के दिन व समय बाद में जारी किए जाएंगे. हालांकि लोग प्रतिमा विसर्जन के लिए निर्धारित समय में घर से निकल पाएंगे. इसके लिए 5 लोगों की संख्या निर्धारित की गई है. आईजी ने कहा कि कहीं आने-जाने, मेडिकल हेल्प के लिए रेस्क्यू टीम से भी संपर्क किया जा सकता है. हम लोगों से सहयोग की अपेक्षा कर रहे हैं. हमारा प्रयास है कि हम जल्द से जल्द व्यवस्था बेहतर कर पाएं. पुलिस लोगों के साथ मिलकर माहौल को बेहतर बना रही है. दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.
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बता दें कि लोहरदगा जिले में अब हालात सामान्य होने लगे हैं. शुक्रवार से जहां सरकारी कार्यालयों को पूर्ण रूप से खोला जा रहा है, वहीं एक फरवरी से स्कूल-कॉलेजों को भी खोलने का प्रयास जिला प्रशासन कर रही है. इसके लिए सभी समुदाय के लोगों से प्रशासन बात भी कर रही है. धान क्रय केंद्र खोलकर किसानों को भी राहत दी की गई है. हिंसा के मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई को भी तेज कर दिया गया है.