लोहरदगा: लोहरदगा जिले के लोगों को तोहफा मिला है. डायलिसिस के लिए परेशान होने वाले यहां के मरीजों को अब भटकना नहीं पड़ेगा. साथ ही अत्यधिक राशि जुटाने की जद्दोजहद से भी उन्हें राहत मिलेगी. इसके लिए सदर अस्पताल में डायलिसिस सेंटर का शुभारंभ लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुदर्शन भगत और झारखंड सरकार के मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने संयुक्त रूप से किया.
ये भी पढ़ें-संथाल परगना प्रमंडल में नहीं है एक भी ट्रॉमा सेंटर, सड़क हादसे में घायल लोगों को नहीं मिलता समुचित इलाज
लोहरदगा सदर अस्पताल परिसर में डायलिसिस सेंटर का उद्घाटन लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुदर्शन भगत और झारखंड सरकार के मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने किया. यहां मरीजों को निशुल्क डायलिसिस सुविधा मिलेगी. इस डायलिसिस सेंटर का संचालन स्केब संजीवनी प्राइवेट लिमिटेड कोलकाता करेगी. इसके लिए झारखंड सरकार और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के बीच करार हुआ है. डायलिसिस केंद्र में एक बार में अधिकतम 5 व्यक्तियों का डायलिसिस किया जा सकेगा. हालांकि अभी 2 लोगों के डायलिसिस की सुविधा है.
सामान्य परिवारों के लिए मामूली शुल्कः जानकारी के मुताबिक जिन लोगों के पास आयुष्मान भारत कार्ड है और वे गरीबी रेखा से नीचे या निम्न आय वर्ग से संबंधित हैं, यहां उनका डायलिसिस निशुल्क होगा. जबकि सामान्य और सक्षम लोगों के लिए डायलिसिस शुल्क 1206 रुपए तय किया गया है. उद्घाटन के दौरान मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि लोहरदगा जिले में 100 बेड के मल्टीस्टोरी हॉस्पिटल के लिए बजट पास हो गया है.
लोहरदगा में मेडिकल कॉलेजः लोहरदगा जिला में एक मेडिकल कॉलेज भी खुलेगा. मेडिकल छात्र-छात्राएं सदर अस्पताल आकर शोध भी कर सकेंगे. राज्य सरकार को खूंटी, रामगढ़, लोहरदगा जिला को मेडिकल हब के रूप में विकसित करना चाहिए. जिससे रांची में होने वाले मरीजों की भीड़ कम की जा सके. इसके अलावा सदर अस्पताल परिसर में डिजिटल एक्सरे मशीन का भी उद्घाटन किया गया.