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लोहरदगा में पटरी पर लौटी जिंदगी, सामान्य हो रहा जनजीवन - लोहरदगा प्रखंड में कर्फ्यू खत्म

लोहरदगा जिले में विगत 23 जनवरी को हुई हिंसक घटना के बाद 10 दिनों तक जनजीवन बिल्कुल ठप पड़ा रहा. कर्फ्यू में ढील के दौरान लोग सड़क पर निकले तो जरूर, पर उनमें खौफ भी छाया हुआ था. कर्फ्यू के 11 दिन बाद जनजीवन पटरी पर लौटने लगा है. यहां हालात सामान्य हो रहे हैं. बाजार में दुकानें खुली रही.

Curfew ends in Lohardaga from morning to evening
लोहरदगा में सामान्य हो रहा जनजीवन
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Published : Feb 2, 2020, 4:35 PM IST

लोहरदगा: जिले में स्थिति की समीक्षा के उपरांत जिला प्रशासन ने रविवार को जिले के अलग-अलग हिस्सों में कर्फ्यू को लेकर अलग-अलग निर्देश जारी किए गए थे. इसके तहत शहरी क्षेत्र में सुबह 6:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई.

देखें पूरी खबर

वहीं, ग्रामीण इलाकों में लोहरदगा प्रखंड को छोड़कर शेष छह प्रखंडों के लिए कर्फ्यू को समाप्त कर दिया गया, हालांकि इस दौरान धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी रही. लोगों को प्रशासन के निर्देशों के अनुपालन को लेकर जरूरी निर्देश दिए गए. शहरी क्षेत्र में कर्फ्यू में ढील के दौरान भी सुरक्षा बल के जवान मुस्तैद रहे.

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जिले में चप्पे-चप्पे पर रैपिड एक्शन फोर्स के जवान तैनात थे. लोगों को अनावश्यक रूप से भीड़ नहीं लगाने को कहा गया था. लोहरदगा में जनजीवन को सामान्य बनाने को लेकर प्रशासन सहयोग कर रही है, रविवार को शहर की ज्यादातर दुकानें खुली है. जनजीवन अब धीरे-धीरे सामान्य हो चला है.

सोमवार से स्थिति के और भी ज्यादा सामान्य होने की उम्मीद है. स्कूल-कॉलेजों और सरकारी कार्यालय के खुलने से हालात पहले से काफी बेहतर हो रहे हैं. शहरी क्षेत्र में दिन के समय कर्फ्यू हटाए जाने के बावजूद सुरक्षा में कोई कमी नहीं की गई है. जिला प्रशासन की ओर से एसआईटी के माध्यम से दोषियों पर कार्यवाही को भी तेज कर दिया गया है. अब तक 34 लोगों को जेल भेजा जा चुका है, जबकि 50 से ज्यादा लोगों से पूछताछ चल रही है. इसके अलावा 97 लोगों पर निषेधाज्ञा की कार्रवाई के तहत बंध पत्र भरवाया गया है.


लोहरदगा: जिले में स्थिति की समीक्षा के उपरांत जिला प्रशासन ने रविवार को जिले के अलग-अलग हिस्सों में कर्फ्यू को लेकर अलग-अलग निर्देश जारी किए गए थे. इसके तहत शहरी क्षेत्र में सुबह 6:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई.

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वहीं, ग्रामीण इलाकों में लोहरदगा प्रखंड को छोड़कर शेष छह प्रखंडों के लिए कर्फ्यू को समाप्त कर दिया गया, हालांकि इस दौरान धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी रही. लोगों को प्रशासन के निर्देशों के अनुपालन को लेकर जरूरी निर्देश दिए गए. शहरी क्षेत्र में कर्फ्यू में ढील के दौरान भी सुरक्षा बल के जवान मुस्तैद रहे.

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जिले में चप्पे-चप्पे पर रैपिड एक्शन फोर्स के जवान तैनात थे. लोगों को अनावश्यक रूप से भीड़ नहीं लगाने को कहा गया था. लोहरदगा में जनजीवन को सामान्य बनाने को लेकर प्रशासन सहयोग कर रही है, रविवार को शहर की ज्यादातर दुकानें खुली है. जनजीवन अब धीरे-धीरे सामान्य हो चला है.

सोमवार से स्थिति के और भी ज्यादा सामान्य होने की उम्मीद है. स्कूल-कॉलेजों और सरकारी कार्यालय के खुलने से हालात पहले से काफी बेहतर हो रहे हैं. शहरी क्षेत्र में दिन के समय कर्फ्यू हटाए जाने के बावजूद सुरक्षा में कोई कमी नहीं की गई है. जिला प्रशासन की ओर से एसआईटी के माध्यम से दोषियों पर कार्यवाही को भी तेज कर दिया गया है. अब तक 34 लोगों को जेल भेजा जा चुका है, जबकि 50 से ज्यादा लोगों से पूछताछ चल रही है. इसके अलावा 97 लोगों पर निषेधाज्ञा की कार्रवाई के तहत बंध पत्र भरवाया गया है.


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स्टोरी-लोहरदगा में पटरी पर लौटी जिंदगी, सामान्य हो रहा जनजीवन
बाइट-गोपाल अग्रवाल, स्थानीय व्यवसायी
बाइट-अभिषेक पाठक, स्थानीय निवासी
एंकर- लोहरदगा जिले में विगत 23 जनवरी को हुई हिंसक घटना के बाद 10 दिनों तक जनजीवन बिल्कुल ठप पड़ा रहा. कर्फ्यू में ढील के दौरान लोग सड़क पर निकले तो जरूर, पर उनमें खौफ भी छाया हुआ था. कर्फ्यू के 11 दिन जनजीवन पटरी पर लौटने लगा है. यहां हालात सामान्य हो रहे हैं. बाजार में दुकानें खुली रही. लोगों का आवागमन जारी रहा, हालांकि उस दिन की घटना को ले याद कर आज भी भयभीत हो जाते हैं. धीरे-धीरे कर अब जनजीवन पटरी पर लौट रहा है, स्थिति सामान्य हो रही है. लोग अब जरूरी काम के लिए घर से बिना किसी खौफ के बाहर निकलना शुरू कर चुके हैं.

इंट्रो- लोहरदगा जिले में स्थिति की समीक्षा के उपरांत जिला प्रशासन द्वारा रविवार को जिले के अलग-अलग हिस्सों में कर्फ्यू को लेकर अलग-अलग निर्देश जारी किए गए थे. इसके तहत शहरी क्षेत्र में सुबह 6:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई. वहीं ग्रामीण इलाकों में लोहरदगा प्रखंड को छोड़कर शेष छह प्रखंडों के लिए कर्फ्यू को समाप्त कर दिया गया. हालांकि इस दौरान धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी रही. लोगों को प्रशासन के निर्देशों के अनुपालन को लेकर जरूरी निर्देश दिए गए. शहरी क्षेत्र में कर्फ्यू में ढील के दौरान भी सुरक्षा बल के जवान मुस्तैद रहे. जिले में चप्पे-चप्पे पर रैपिड एक्शन फोर्स के जवान तैनात थे. लोगों को अनावश्यक रूप से भीड़ नहीं लगाने को कहा गया था. लोहरदगा में जनजीवन को सामान्य बनाने को लेकर प्रशासन द्वारा सहयोग किया जा रहा है. शहर की ज्यादातर दुकानें खुली रही है. जनजीवन अब धीरे-धीरे सामान्य हो चला है. सोमवार से स्थिति के और भी ज्यादा सामान्य होने की उम्मीद है. स्कूल-कॉलेजों और सरकारी कार्यालय के खुलने से हालात पहले से काफी बेहतर हो रहे हैं. शहरी क्षेत्र में दिन के समय कर्फ्यू हटाए जाने के बावजूद सुरक्षा में कोई कमी नहीं की गई है. जिला प्रशासन की ओर से एसआईटी के माध्यम से दोषियों पर कार्यवाही को भी तेज कर दिया गया है. अब तक 34 लोगों को जेल भेजा जा चुका है, जबकि 50 से ज्यादा लोगों से पूछताछ चल रही है. इसके अलावा 97 लोगों पर निषेधाज्ञा की कार्रवाई के तहत बंध पत्र भरवाया गया है.


Body:लोहरदगा जिले में स्थिति की समीक्षा के उपरांत जिला प्रशासन द्वारा रविवार को जिले के अलग-अलग हिस्सों में कर्फ्यू को लेकर अलग-अलग निर्देश जारी किए गए थे. इसके तहत शहरी क्षेत्र में सुबह 6:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई. वहीं ग्रामीण इलाकों में लोहरदगा प्रखंड को छोड़कर शेष छह प्रखंडों के लिए कर्फ्यू को समाप्त कर दिया गया. हालांकि इस दौरान धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी रही. लोगों को प्रशासन के निर्देशों के अनुपालन को लेकर जरूरी निर्देश दिए गए. शहरी क्षेत्र में कर्फ्यू में ढील के दौरान भी सुरक्षा बल के जवान मुस्तैद रहे. जिले में चप्पे-चप्पे पर रैपिड एक्शन फोर्स के जवान तैनात थे. लोगों को अनावश्यक रूप से भीड़ नहीं लगाने को कहा गया था. लोहरदगा में जनजीवन को सामान्य बनाने को लेकर प्रशासन द्वारा सहयोग किया जा रहा है. शहर की ज्यादातर दुकानें खुली रही है. जनजीवन अब धीरे-धीरे सामान्य हो चला है. सोमवार से स्थिति के और भी ज्यादा सामान्य होने की उम्मीद है. स्कूल-कॉलेजों और सरकारी कार्यालय के खुलने से हालात पहले से काफी बेहतर हो रहे हैं. शहरी क्षेत्र में दिन के समय कर्फ्यू हटाए जाने के बावजूद सुरक्षा में कोई कमी नहीं की गई है. जिला प्रशासन की ओर से एसआईटी के माध्यम से दोषियों पर कार्यवाही को भी तेज कर दिया गया है. अब तक 34 लोगों को जेल भेजा जा चुका है, जबकि 50 से ज्यादा लोगों से पूछताछ चल रही है. इसके अलावा 97 लोगों पर निषेधाज्ञा की कार्रवाई के तहत बंध पत्र भरवाया गया है.


Conclusion:लोहरदगा में जनजीवन पटरी पर लौटने लगा है. हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं. रविवार को शहरी क्षेत्र में सुबह 6:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई. शहर की ज्यादातर दुकानें खुली रही. ग्रामीण इलाकों में कर्फ्यू को हटा दिया गया है. लोहरदगा प्रखंड को छोड़कर शेष प्रखंडों में कर्फ्यू को हटाकर धारा 144 को जारी रखा गया है. इस दौरान भी सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम है. चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है.
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