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लोहरदगाः अंधविश्वास के चलते वृद्ध की जान लेने का प्रयास, पुलिस ने संभाली स्थिति - अंधविश्वास में जान लेने का प्रयास

लोहरदगा में एक वृद्ध को डायन बताकर प्रताड़ित करने की तैयारी चल रही थी. इसी बीच पुलिस ने वहां पहुंचकर मामले को शांत कराया और वृद्ध की जान बचाई.

अंधविश्वास
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Published : Sep 1, 2020, 10:00 PM IST

लोहरदगा: शहर में अंधविश्वास का एक मामला सामने आया है. यहां एक वृद्ध को डायन बताकर प्रताड़ित करने की तैयारी थी. गांव वालों की बैठक भी शुरू हो गई थी. इसी बीच पुलिस को भनक लग गई.

पुलिस ने समय रहते गांव पहुंचकर ग्रामीणों को समझाया. उन्हें बताया कि डायन बिसाही कुछ नहीं होता है. इसके बाद ग्रामीण समझ गए और मामला शांत हुआ. समय पर पुलिस की पहल से एक ग्रामीण की जान बच गई.

जिले के सेन्हा थाना क्षेत्र के घाटा सहुवा टोली गांव में डायन-बिसाही के संदेह में एक वृद्ध को प्रताड़ित किए जाने की तैयारी थी. इसकी भनक सेन्हा थाना पुलिस को मिली.

पुलिस को जानकारी हुई कि गांव में एक ही परिवार के दो लोग बीमार हैं, जिनकी तबीयत ठीक नहीं हो रही थी. इसे लेकर गांव की एक महिला ने गांव में झूमते हुए कहना शुरू किया कि एक व्यक्ति गांव में डायन-बिसाही कर रहा है.

इसके बाद गांव के लोग जमा हो गए. उस वृद्ध् को बुलाया गया. इसकी जानकारी मिलते के साथ ही सेन्हा थाना पुलिस ने पुलिस निरीक्षक अवधेश कुमार के नेतृत्व में त्वरित कार्रवाई करते हुए गांव पहुंचकर मामले की पूरी जानकारी ली.

यह भी पढ़ेंः भारत-चीन तनाव : एनएसए अजीत डोभाल ने की स्थिति की समीक्षा

पुलिस निरीक्षक अवधेश कुमार एवं सेन्हा थाना प्रभारी वीरेंद्र एक्का ने ग्रामीणों को समझाते हुए कहा की डायन-बिसाही नहीं होते हैं. अगर कोई बीमार है तो उसका इलाज कराएं. किसी को मारने से बीमारी ठीक नहीं होगी.

अंधविश्वास के चक्कर में ना फंसे और कानून को अपने हाथ में ना लें. पुलिस के समझाने के बाद ग्रामीण माने और अपने-अपने घर गए.

लोहरदगा: शहर में अंधविश्वास का एक मामला सामने आया है. यहां एक वृद्ध को डायन बताकर प्रताड़ित करने की तैयारी थी. गांव वालों की बैठक भी शुरू हो गई थी. इसी बीच पुलिस को भनक लग गई.

पुलिस ने समय रहते गांव पहुंचकर ग्रामीणों को समझाया. उन्हें बताया कि डायन बिसाही कुछ नहीं होता है. इसके बाद ग्रामीण समझ गए और मामला शांत हुआ. समय पर पुलिस की पहल से एक ग्रामीण की जान बच गई.

जिले के सेन्हा थाना क्षेत्र के घाटा सहुवा टोली गांव में डायन-बिसाही के संदेह में एक वृद्ध को प्रताड़ित किए जाने की तैयारी थी. इसकी भनक सेन्हा थाना पुलिस को मिली.

पुलिस को जानकारी हुई कि गांव में एक ही परिवार के दो लोग बीमार हैं, जिनकी तबीयत ठीक नहीं हो रही थी. इसे लेकर गांव की एक महिला ने गांव में झूमते हुए कहना शुरू किया कि एक व्यक्ति गांव में डायन-बिसाही कर रहा है.

इसके बाद गांव के लोग जमा हो गए. उस वृद्ध् को बुलाया गया. इसकी जानकारी मिलते के साथ ही सेन्हा थाना पुलिस ने पुलिस निरीक्षक अवधेश कुमार के नेतृत्व में त्वरित कार्रवाई करते हुए गांव पहुंचकर मामले की पूरी जानकारी ली.

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पुलिस निरीक्षक अवधेश कुमार एवं सेन्हा थाना प्रभारी वीरेंद्र एक्का ने ग्रामीणों को समझाते हुए कहा की डायन-बिसाही नहीं होते हैं. अगर कोई बीमार है तो उसका इलाज कराएं. किसी को मारने से बीमारी ठीक नहीं होगी.

अंधविश्वास के चक्कर में ना फंसे और कानून को अपने हाथ में ना लें. पुलिस के समझाने के बाद ग्रामीण माने और अपने-अपने घर गए.

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