लातेहार: जिले में जंगली हाथियों का आतंक चरम पर है. जंगली हाथियों की नजर अब स्कूली बच्चों के मध्याह्न भोजन पर पड़ गई है. जंगली हाथी जिले के हेरहंज प्रखंड अंतर्गत स्थित पथराटोली और लड़िया स्कूल में धावा बोलकर स्कूल में रखे मध्याह्न भोजन के अनाज को चट कर गए. इस दौरान एक वीडियो भी सामने आया है, जहां कुछ ग्रामीण जंगली हाथियों के साथ खिलवाड़ करते नजर आ रहे हैं.
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दरअसल, रविवार रात जंगली हाथी हेरहंज प्रखंड के 2 स्कूलों में धावा बोलकर मध्याह्न भोजन के अनाज को खा गए. सोमवार को जब शिक्षक स्कूल पहुंचे तो देखा कि स्टोर रूम की खिड़की और दरवाजा टूटा हुआ है. बर्तन भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हैं. स्टोर रूम में रखे अनाज भी बिखरे हुए हैं. स्थानीय ग्रामीण ने शिक्षक को बताया कि रविवार की रात्रि इस इलाके में हाथियों का झुंड विचरण कर रहा था. हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज भी ग्रामीणों ने सुनी थी. ग्रामीणों ने बताया कि जंगली हाथियों का झुंड अभी भी गांव के आसपास ही मंडरा रहे हैं.
इधर, जिस प्रकार स्कूल की खिड़की और दरवाजे को तोड़ा गया था, उसे देखने पर स्पष्ट लग रहा था कि हाथियों ने ही इसे तोड़ा है. बाद में स्कूल प्रबंधन के द्वारा घटना की जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को दी गई.
हाथी से खिलवाड़ करते नजर आए ग्रामीण: स्कूल में अनाज खाने के बाद जंगली हाथियों का झुंड गांव के पास स्थित जंगल में विचरण कर रहा था. इसी दौरान एक जंगली हाथी झुंड से हटकर खेत में धान के फसल को खाते हुए दिखा. यहां कुछ ग्रामीण भी जमा हो गए और हाथी का वीडियो बनाने लगे. इस क्रम में कुछ ग्रामीणों को जंगली हाथियों के साथ खिलवाड़ करते हुए देखा गया. ग्रामीण जंगली हाथी को हाथ हिलाकर आक्रोशित करते दिखे. हालांकि थोड़ी देर बाद हाथी के हाव भाव को देखकर ग्रामीण वहां से हट गए. बताया जाता है कि जंगली हाथी लगभग आधा घंटा से अधिक समय तक खेत में रुका रहा.
ग्रामीणों में डर का माहौल: गांव के आसपास जंगली हाथियों का झुंड रहने के कारण ग्रामीणों में डर का माहौल बन गया है. दिन में तो ग्रामीण खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं. लेकिन रात में जंगली हाथियों का डर चरम पर पहुंच जाता है. ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों से गुहार लगाई है कि इस इलाके से हाथियों को भागने के उपाय किए जाएं. ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल के पक्के बिल्डिंग को जब जंगली हाथी नुकसान पहुंचा दे रहे हैं. तो ग्रामीणों के कच्चे मकान हाथियों की आक्रमण से कैसे बच पाएंगे.
बालूमाथ, बरियातू और हेरहंज में हाथियों का आतंक चरम पर: लातेहार जिले के लगभग सभी प्रखंडों में इन दिनों हाथियों का आतंक है. लेकिन, बालूमाथ, बरियातू और हेरहंज प्रखंड में जंगली हाथियों का उत्पात चरम पर पहुंच गया है. इन प्रखंडों में शायद ही कोई ऐसा दिन होगा, जब जंगली हाथियों के द्वारा किसी ना किसी ग्रामीण के घर को नुकसान ना पहुंचाया जा रहा हो या किसानों की फसल को नष्ट ना किया जा रहा हो. हाथियों के आतंक से इन प्रखंडों में रहने वाले ग्रामीणों के समक्ष विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है.
हालांकि, वन विभाग के अधिकारियों के द्वारा समय-समय पर हाथियों को खदेड़ने का प्रयास भी किया जाता है. लेकिन विभाग का यह प्रयास पूरी तरह सफल नहीं हो पा रहा है. घटना की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग के द्वारा मामले की जांच करते हुए उचित कार्रवाई करने की बात कही गई है.