लातेहार: लोहरदगा जिले के कूड़ु प्रखंड के पूर्व प्रमुख परिवा मुंडा और उनके साथियों को चंदवा प्रखंड के गुरितांड गांव में ग्रामीणों ने जमीन विवाद के मामले में जमकर पिटाई की. इस मामले का एक वीडियो भी वायरल हुआ है. हालांकि ईटीवी भारत इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
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दरअसल पूर्व प्रमुख परिवा मुंडा अपने कुछ साथियों के साथ चंदवा प्रखंड के गुरितांड गांव के पास जमीन की मापी कराने आए थे. बताया जाता है कि उस जमीन को लेकर काफी दिनों से विवाद भी चल रहा था. पूर्व प्रमुख जैसे ही गांव में अपने साथियों के साथ पहुंचे वैसे ही ग्रामीणों की भीड़ वहां जुट गई. ग्रामीणों ने पूर्व प्रमुख और उनके तीन अन्य साथियों को बंधक बना लिया. इसके बाद उन्हें पेड़ के नीचे बैठा कर पिटाई करने लगे. वायरल वीडियो में महिलाएं काफी उम्र दिख रही हैं. मारपीट के बीच खुद को बचाते हुए पूर्व प्रमुख और उनके साथी वहां से बचकर भागने का भी प्रयास किया. इसी बीच घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंच गई और पूर्व प्रमुख तथा उनके साथियों को कब्जे में लेकर ग्रामीणों के चंगुल से मुक्त कराया.
पूर्व प्रमुख ने कराई प्राथमिकी: इस संबंध में पूर्व प्रमुख ने ग्रामीणों के खिलाफ चंदवा थाना में एक प्राथमिकी दर्ज कराई है. पुलिस को दिए आवेदन में पूर्व प्रमुख ने आरोप लगाया है कि वह अपने एक साथी के साथ किसी काम से लातेहार जा रहे थे. इसी दौरान गांव का एक व्यक्ति फोन कर उन्हें गांव में बुलाया. जब वह गांव पहुंचे तो वहां 50 -60 की संख्या में ग्रामीण लाठी-डंडे से लैस होकर तैयार थे. गांव में पहुंचते हैं ग्रामीण उनके साथ मारपीट करने लगे. इस दौरान वहां से गुजर रहे दो अन्य लोग वहां रुक कर उन्हें बचाने की कोशिश की तो ग्रामीणों ने उन लोगों की भी पिटाई कर दी. हालांकि सही समय पर पुलिस पहुंच कर उन लोगों की जान बचाई. उन्होंने आरोप लगाया है कि ग्रामीण उन्हें जान से मारने का प्रयास कर रहे थे.
ग्रामीणों की जमीन धोखे से लूटने का प्रयास करने का आरोप: इधर स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्व प्रमुख परिवा मुंडा जमीन की दलाली करता है. वह गांव के भोले भाले आदिवासी लोगों की जमीन को धोखे से अपने नाम से करा कर बेचने का प्रयास कर रहा था. ग्रामीणों को पूर्व प्रमुख के द्वारा यह कहा जा रहा था कि जिस जमीन पर स्थानीय ग्रामीणों ने कब्जा जमा रखा है, वह जमीन पालकोट राजा का है. वह बार-बार जमीन की मापी कराने का प्रयास कर रहा था. अपने चार साथियों के साथ गांव में जमीन की मापी कराने आया था और ग्रामीणों को गाली गलौज भी कर रहा था, इसी से नाराज होकर ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया और मुखिया के हवाले कर दिया.
पुलिस कर रही मामले की जांच: इधर, घटना के बाद स्थानीय पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है. पुलिस का कहना है कि जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. पूर्व प्रमुख के द्वारा ग्रामीणों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है.