लातेहार: टाना भगत समुदाय के लोग अब गौपालक बन रहे हैं. उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए प्रशासन ने इन्हें डेयरी योजना का लाभ दिलाने की योजना बनाई है. इसके लिए इन्हें मिनी डेयरी योजना से गाय दिलाई जा रही है.
ये भी पढ़ें-IND vs ENG: इंग्लैंड की खराब शुरूआत, रूट समेत चार खिलाड़ी लौटे पवेलियन
परिवार को मिलेगी चार गाय
दरअसल, टाना भगत समुदाय के लोग शुरू से ही गो-पालन के प्रति काफी सजग रहते आए हैं. बीमार और बूढ़ी हो चुकी गाय को भी टाना भगत समुदाय के लोग अपने घर ले जाकर उसका पालन करते रहे हैं. अब सरकार के निर्देश पर टाना भगत विकास प्राधिकार के तहत जिला प्रशासन ने जिले में रहने वाले टाना भगत समुदाय के लोगों को व्यावसायिक दृष्टिकोण से गौ-पालन कराने की योजना तैयार की है. इसके तहत सभी टाना भगत परिवार को अच्छी नस्ल की चार गाय उपलब्ध कराने की योजना बनी.
ये भी पढ़ें-वैलेंटाइन डे स्पेशल: प्यार का इजहार करना हुआ महंगा, कोरोना ने बढ़ाई गुलाब की कीमत
53 परिवार को मिला लाभ
लातेहार प्रशासन ने जिले में निवास करने वाले 153 टाना भगत समुदाय के लोगों को मिनी डेयरी योजना का लाभ प्रदान करने की योजना बनाई है. इस योजना के तहत प्रत्येक परिवार को चार-चार गाय उपलब्ध कराई जा रही है. गाय की खरीदारी लाभुक को खुद करना है. गाय पसंद आने के बाद सरकारी योजना के तहत उसका पूरा भुगतान सरकार की ओर से किया जा रहा है.
लाभुकों में उत्साह
मिनी डेयरी योजना का लाभ मिलने से टाना भगत समुदाय के लाभुकों में काफी उत्साह है. लाभुक भगतों का कहना है कि गौ-पालन उनका पारंपरिक कार्य है. आदिकाल से ही उनके पूर्वज गौ सेवा करते आए हैं. ऐसे में उन्नत नस्ल के दुधारू गाय मिलने से आर्थिक समृद्धि आएगी. इस संबंध में डीसी अबु इमरान ने कहा कि पारंपरिक रूप से गौ-पालक रहे टाना भगत समुदाय के लोगों को मिनी डेयरी योजना का लाभ दिया जा रहा है. इसके तहत प्रत्येक लाभुक को चार गाय दी जा रही है.
ये भी पढ़ें-प्रियंका के 'वैलेंटाइन' कृष्ण ने दिलाई जीत, मिला ओलंपिक का टिकट
मिनी डेयरी योजना का लाभ
मिनी डेयरी योजना का लाभ मिलने से टाना भगत समुदाय के लोगों को आर्थिक समृद्धि मिलने की उम्मीद जगी है. जरूरत इस बात की है कि जिस प्रकार लोगों को उन्नत नस्ल के गाय उपलब्ध कराए जा रहे हैं, उसी प्रकार इन गायों के पालन से संबंधित बुनियादी जानकारी भी लाभुक समिति को मिल सके, ताकि इस योजना का लाभ लाभुकों को शत प्रतिशत मिल सके.