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लातेहार: 3 साल के बच्चे के साथ पहाड़ियों में रहने को विवश, पुलिस ने की मदद - पुलिस ने बहिष्कृत महिला की मदद की

लातेहार मंदरचुटिया गांव की रहने महिला को गांव वालों ने निकाल दिया, जिस कारण महिला पहाड़ो में अपने 3 साल के बच्चे साथ पहाड़ियों में रहना पड़ रहा है. मामले के बारे में जब पुलिस को जानकारी हुई, तो पुलिस ने पूरी सुरक्षा देते हुए उसे उसके पैतृक गांव में पहुंचा दिया.

excluded woman in latehar
लातेहार में बहिष्कृत महिला की मदद
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Published : May 20, 2020, 2:04 PM IST

Updated : May 21, 2020, 9:23 AM IST

लातेहार: जिले के आरागुंडी पंचायत की रहने महिला को गांव वालों ने निकाल दिया. जिस कारण महिला को पहाड़ों में अपने 3 साल के बच्चे के साथ रहना पड़ रहा है और महिला को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मामले के बारे में जब पुलिस को जानकारी हुई, तो पुलिस ने पूरी सुरक्षा देते हुए उसे उसके पैतृक गांव में पहुंचा दिया और सभी प्रकार की सुविधा देने की बात कही.

महिला ने बताया कि वह काफी छोटी थी तो काम करने हिमाचल प्रदेश चली गई थी. वहीं पर सत्तावन यादव नामक व्यक्ति ने उसे झांसे में लेकर उसका यौन शोषण करने लगा. जिसके बाद में सामाजिक दबाव में आकर उसने चुपचाप उससे शादी भी कर ली. इस बीच उसने एक बेटे को जन्म दिया लेकिन बाद में उसके पति ने दूसरी शादी कर ली और उसे छोड़ दिया. महिला ने बताया कि इस घटना के बाद से परिजनों ने उससे मुंह मोड़ लिया है और गांव वालो ने भी उसे आश्रय नहीं दिया. जिस कारण वह अपने बेटे के साथ जंगल में रहने को मजबूर है.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें- झारखंड में मिले 248 कोरोना मरीज, 98 झारखंड लौटे प्रवासी मजदूर हैं पॉजिटिव

मजदूरी कर के चलाती थी गुजारा
लॉकडाउन में बेसहारा हुई महिला ने बताया कि अन्य दिनों में तो वह कहीं मजदूरी कर किसी प्रकार जीवन यापन कर रही थी. लॉकडाउन के कारण मजदूरी के साथ-साथ सिर छुपाने के लिए जगह भी नहीं मिलने लगी. ऐसे में जंगल में झोपड़ी बनाकर रहना ही उसके लिए एकमात्र उपाय बचा है. महिला ने बताया कि उसे न ही कोई किसी भी प्रकार की सरकारी सुविधा नहीं मिलती है. किसी को उसके बच्चे पर तरस आया तो वही कुछ खाने को दे देता है.

मामले के संबंध में लातेहार थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अमित गुप्ता ने बताया कि सूचना मिलने के बाद पुलिस ने महिला को पूरी सुरक्षा देते हुए उसके पैतृक गांव में पहुंचा दिया है. वही जिला प्रशासन ने अन्य सभी प्रकार की सुविधा देगी.

लातेहार: जिले के आरागुंडी पंचायत की रहने महिला को गांव वालों ने निकाल दिया. जिस कारण महिला को पहाड़ों में अपने 3 साल के बच्चे के साथ रहना पड़ रहा है और महिला को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मामले के बारे में जब पुलिस को जानकारी हुई, तो पुलिस ने पूरी सुरक्षा देते हुए उसे उसके पैतृक गांव में पहुंचा दिया और सभी प्रकार की सुविधा देने की बात कही.

महिला ने बताया कि वह काफी छोटी थी तो काम करने हिमाचल प्रदेश चली गई थी. वहीं पर सत्तावन यादव नामक व्यक्ति ने उसे झांसे में लेकर उसका यौन शोषण करने लगा. जिसके बाद में सामाजिक दबाव में आकर उसने चुपचाप उससे शादी भी कर ली. इस बीच उसने एक बेटे को जन्म दिया लेकिन बाद में उसके पति ने दूसरी शादी कर ली और उसे छोड़ दिया. महिला ने बताया कि इस घटना के बाद से परिजनों ने उससे मुंह मोड़ लिया है और गांव वालो ने भी उसे आश्रय नहीं दिया. जिस कारण वह अपने बेटे के साथ जंगल में रहने को मजबूर है.

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लॉकडाउन में बेसहारा हुई महिला ने बताया कि अन्य दिनों में तो वह कहीं मजदूरी कर किसी प्रकार जीवन यापन कर रही थी. लॉकडाउन के कारण मजदूरी के साथ-साथ सिर छुपाने के लिए जगह भी नहीं मिलने लगी. ऐसे में जंगल में झोपड़ी बनाकर रहना ही उसके लिए एकमात्र उपाय बचा है. महिला ने बताया कि उसे न ही कोई किसी भी प्रकार की सरकारी सुविधा नहीं मिलती है. किसी को उसके बच्चे पर तरस आया तो वही कुछ खाने को दे देता है.

मामले के संबंध में लातेहार थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अमित गुप्ता ने बताया कि सूचना मिलने के बाद पुलिस ने महिला को पूरी सुरक्षा देते हुए उसके पैतृक गांव में पहुंचा दिया है. वही जिला प्रशासन ने अन्य सभी प्रकार की सुविधा देगी.

Last Updated : May 21, 2020, 9:23 AM IST
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